शोध कार्य करने के दौरान विभिन्न स्तर की जानकारी होना आवश्यक
रायपुर : महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय एवं विवेकानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में चल रहे फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के अंतर्गत तीसरे दिन प्रोफेसर देवव्रत मित्र दिनाज यूनिवर्सिटी पश्चिम बंगाल ने शोध कार्य करने वाले शोधकर्ता को कहा कि शोध कार्य करने के दौरान विभिन्न स्तर की जानकारी होना आवश्यक है।
अन्यथा शोध शून्य घोषित होने का खतरा रहता है उन्होंने रिसर्च के सभी पक्षों पर बारीकी से जानकारी रखते हुए कहा कि हर स्तर पर गंभीरता से काम करना आवश्यक होता है बता दें कि महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय एवं विवेकानंद महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम चल रहा है जिसकी शुरुआत 10 में को हुई थी.
इसमें आज तीसरे दिन मुख्य वक्ता देवव्रत मित्र ने शोध के विभिन्न प्रारूप पर जानकारी प्रदान की उन्होंने बताया कि शोध के तीन चरण होते हैं इसमें प्राथमिक चरण द्वितीय चरण प्रमुख चरण है उनका कहना था कि शोध में बिबलियोग्राफी के साथ प्रश्नावली के स्टारों की जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण होता है उन्होंने बताया कि किस तरह से शोध कार्यक्रम तैयार कर तथ्यों का संकलन किया जाना चाहिए और उनका परीक्षण किया जाना चाहिए इन सभी में तथ्यों के संकलन को काफी महत्वपूर्ण घोषित किया अंत में डॉ मित्र ने विषय पर बातचीत रखते हुए यह बताया कि सभी विषय महत्वपूर्ण होते हैं सभी चरण महत्वपूर्ण होते हैं इसलिए शोध को पूरी गंभीरता और दिलचस्प के साथ पूर्ण करने पर ध्यान होना चाहिए।
इससे पहले फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के तीसरे दिन सत्र की शुरुआत विवेकानंद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मनोज मिश्रा के स्वागत उद्बोधन से हुई उन्होंने विषय को बेहद आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया वही महंत कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर देवाशीष मुखर्जी ने भी फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण घोषित किया कार्यक्रम का संचालक महंत लक्ष्मी नारायण दास महाविद्यालय शिक्षिका प्रोफेसर जयचंद्र ने किया आभार प्रदर्शन प्रोफेसर अपूर्व शर्मा के द्वारा दिया गया