क्या कप्तान बचा रहे हैं गजभिए को ? यदि नहीं तो 96 घंटे बाद भी क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी
पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठ रहे सवाल, विभाग के कर्मचारी की पत्नी है गीतांजली
राजनांदगांव । जिले के मत्स्य विभाग में तत्कालित सहायक संचालक गीतांजलि गजभिए सहित सप्लायरों के ऊपर फर्जीवाड़ा का आरोप लगने के बाद पुलिस ने धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला तो दर्ज कर लिया था। लेकिन 96 घंटे बाद भी गिरफ्तारी नहीं करना पुलिस विभाग पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।
क्या कप्तान बचा रहे हैं गजभिए को ?
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कप्तान गीतांजलि गजभिए को बचाने में लगे हुए हैं। सूत्रों से बता चला है कि गीतांजलि गजभिए के पति पुलिस विभाग में वरिष्ठ अधिकारी के पद में पदस्थ हैं, जिसके चलते उनकी पत्नी की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है, कही ना कही दबाव के चलते गिरफारी नहीं होना भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।
रीडर के पति को बचाने का प्रयास
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रीडर के पति द्वारा धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के चलते थाना लाया गया था, लेकिन मामले को शांत करने में समय लगने के चलते रीडर के पति को छोड़ा नहीं गया था, जिससे नाराज रीडर सीधे बड़े अधिकारी के पास खड़ी हो गई और कार्यवाही नहीं होने की बात कहकर हो- हल्ला करने लगी। इस मामले में भी पुलिस की खूब फ़जियत हुई। सिर्फ 151 के तहत कार्यवाही की गई थी। जबकि उक्त मामले में धार्मिक भावना 295 A के तहत कार्यवाही की जानी थी।