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सिलयारी के पेपर मिल में मिली लाखों की रद्दी किताबों की जांच प्रक्रियाधीन हैं – सीएम

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सिलयारी के पेपर मिल में मिली लाखों की रद्दी किताबों की जांच प्रक्रियाधीन हैं – सीएम
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सत्तापक्ष के वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत ने छ.ग. पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2019 से 2023 तक पाठ्यपुस्तकों का मुद्रण एवं वितरण का मामला उठाने के साथ ही कुछ जिलों से किसानों को लाकर सिलयारी स्थित पेपर मिल में बेचने का मामला उठाया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गठित समिति से प्राप्त जांच रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव, छ0ग0शासन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को सौंप दी गई है। जांच की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
तारांकित प्रश्नकाल के दौरान विधायक मूणत ने मुख्यमंत्री से जानना चाहा कि छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा कैलेण्डर वर्ष 2019, 2020, 2021, 2022 तथा 2023 में कक्षा पांचवीं से लेकर कक्षा 10वीं तक के विद्यार्थियों के लिए किस-किस विषय की कुल कितनी-कितनी किताबों का मुद्रण करवाया गया तथा वितरण की जानकारी जिलेवार बतायें? मुख्यमंत्री साय ने बताया कि कैलेण्डर वर्ष 2019, 2020, 2021, 2022 तथा 2023 में कक्षा पाँचवीं से लेकर कक्षा 10वीं तक के विद्यार्थियों के लिये पाठ्य पुस्तकें प्राचार्य, शासकीय एवं निजी विद्यालयों द्वारा सीधे नहीं भेजी जाती है। पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा ब्लॉकवार या संकुलवार वितरण पश्चात् शेष बची किताबें निगम के छ: स्थाई डिपो क्रमश: रायपुर, राजनांदगाँव, बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, जगदलपुर में रखी जाती हैं। विद्यालयों में पुस्तकों के वितरण पश्चात् शेष किताबें जिलों के विभिन्न स्थलों जैसे शाला, संकुल, छात्रावास, बी.आर.सी. कार्यालय एवं अस्थाई डिपो पर सुरक्षित भंडारित है।
मूणत ने फिर जाना चाहा कि क्या विगत कुछ समय पूर्व कुछ जिलों से इन किताबों को रद्दी भाव से बेच दिया गया ? यदि हाँ तो किस नियम प्रक्रिया के तहत् ? क्या इस हेतु कोई जाँच समिति बनाई गई है? यदि हाँ तो क्या उसकी रिपोर्ट आ चुकी है ? उसके आधार पर क्या कार्रवाई की गई ?
मुख्यमंत्री साय ने सदन को बताया कि दैनिक समाचार पत्रों में दिनांक 16.09.2024 को लाखों किताबें कबाड़ में सिलयारी स्थित पेपर मिल में रददी के भाव बेचने संबंधी समाचार प्रकाशित हुई थी। इसकी विस्तृत जांच हेतु छ.ग. शासन, स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश कमांक एफ 1-16/2024/20-दो, दिनांक 16.09. 2024 द्वारा समिति गठित की गई थी। समाचार पत्रों में प्रकाशित उक्त घटना को शासन ने गंभीरता से लेते हुये सामान्य प्रशासन विभाग के पत्र कमांक एफ 2-08/2024/एक/2. दिनांक 19.09.2024 द्वारा अपर मुख्य सचिव, छ0ग0 शासन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को नियमानुसार जांच कर राज्य शासन को जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा गठित समिति से प्राप्त जांच रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव, छ0ग0शासन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को सौंप दी गई है। जांच की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।

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