धार में घायल तेंदुआ समय पर इलाज न मिलने से मौत

मध्य प्रदेश के धार जिले के नालछा क्षेत्र के सोडपुर से दो किलोमीटर दूर खेत में एक घायल तेंदुआ दिखाई दिया, जिसने स्थानीय ग्रामीणों के बीच डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया। घायल तेंदुए को देखकर ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। वन विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और इंदौर से रेस्क्यू टीम भेजी। हालांकि, रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पांच घंटे की देरी से पहुंची, जिससे तेंदुए को समय पर इलाज नहीं मिल सका। इसके परिणामस्वरूप, घायल तेंदुआ दम तोड़ गया। वन विभाग के डीएफओ विजय आनंद टीआर ने तेंदुए की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि यदि टीम समय पर पहुंचती तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। यह तेंदुआ एक माता थी और इसकी अनुमानित उम्र 8 से 9 वर्ष थी। वन विभाग ने तेंदुए के शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के माध्यम से मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाया जाएगा। यह घटना वन्यजीव सुरक्षा और रेस्क्यू टीम की समयबद्ध प्रतिक्रिया पर सवाल खड़े करती है। इसी क्षेत्र में पिछले 20 दिनों के भीतर दूसरी बार तेंदुए से जुड़ी घटना सामने आई है, जिससे वन्यजीवों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के तरीकों पर गंभीर विचार-विमर्श की आवश्यकता स्पष्ट होती है।







