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वर्ष 24 में सुरक्षाबलों ने चलाए 400 से अधिक एंटी नक्सल ऑपरेशन, 235 नक्सली हुए ढेर, 217 के शव बरामद

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जगदलपुर। वर्ष 2024 में सुरक्षाबलों द्वारा 400 से अधिक एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाये गए, जिसमें 235 नक्सलियों को मार गिराया गया और 217 नक्सलियों के शव सुरक्षाबलों ने बरामद किए। यह आंकड़ा पिछले पांच वर्षों के बराबर है। इस वर्ष सुरक्षाबलों के 21 जवान वीरगति को प्राप्त हुए, जो कि पिछले 5 वर्षों की औसत संख्या से कम है। सुरक्षाबलों ने माओवादियों को सरेंडर कराने की दृष्टि से अनेक अभियान चलाये जिसमें पूना नर्कोम अभियान तथा लोन वर्राटू अभियान की बड़ी भूमिका है। सरकारी योजनाओं को अंदरूनी क्षेत्रों तक पहुचाने में बड़ी भूमिका निभाई है, जिसका उदाहरण नियद नेल्लानार योजना का क्रियान्वयन है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले के लेंड्रा-कोरचोली के जंगलों में 02 अप्रैल को 13 माओवादियों को मार गिराया गया। कांकेर जिले में आने वाले कलपर के जंगलों में 16 अप्रैल को मुठभेड़ में 29 माओवादियों को मार गिराया गया, मुठभेड़ स्थल अबूझमाड़ के घने जंगलों में हुआ जो कि छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा में जवानों द्वारा 17 जुलाई को बड़ा एंटी-नक्सल ऑपरेशन चलाया, जिसमे 12 माओवादियों को मार गिराया था। गढ़चिरौली और कांकेर के मध्य घने जंगलों में इस घटना को अंजाम दिया गया था। दंतेवाड़ा और नारायणपुर के एसटीएफ और डीआरजी द्वारा 4 अक्टूबर को जॉइंट ऑपरेशन चलाया गया। अबूझमाड़ थुलथुली और नेंदुर के जंगलों में यह मुठभेड़ हुआ, जिसमें 31 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
सुरक्षाबलों द्वारा इस वर्ष 28 नए कैंप खोले गए, सिर्फ अबूझमाड़ में ही 07 कैंप खोले गए हैं। इन क्षेत्रों में कैंप खुलने से बुनियादी सुविधाओं के लिए काम की शुरुआत तो हुई ही,सुकमा जिले के लखापाल में जब कैंप खोला गया तो केरलापेन्दा गांव में 21 साल से माओवादियों द्वाराबंद राम मंदिर को भी ग्रामीणों की मांग पर खोला गया।
माओवादी आतंक प्रभावित क्षेत्रों में प्रारंभ किए गए 14 नये शिविरों की पांच किलोमीटर की परिधि के गांवों में 25 से अधिक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 20 करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजट का प्रावधान किया गया है। इन गांवों में सभी परिवारों को विशेष पिछड़ी जनजाति के समान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास सुविधा, राशन कार्ड, मुफ्त चावल, चना-नमक, गुड़ और शक्कर, उज्ज्वला योजना के तहत चार मुफ्त गैस सिलेंडर, आंगनबाड़ी, सामुदायिक भवन, उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक शाला, किसानों को सिंचाई के लिए बोरवेल सहित सिंचाई पंप, हैंड पंप, सोलर पंप, हर गांव में खेल मैदान, मुफ्त बिजली 500 यूनिट तक, बैंक सखी, एटीएम, कौशल विकास, वन अधिकार पट्टा, मोबाइल टावर, डीटीएच एवं टीवी, हेलीपैड तथा खंड मुख्यालय तक बस सेवा उपलब्धकरायी जा रही है। बस्तर आईजी पी सुन्दरराज द्वारा 925 नक्सलियों की गिरफ्तारी तथा 792 नक्सलियोंके आत्म समर्पण की जानकारी दी है।

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