इंद्रावती पर पुल के अभाव में ग्रामीणों को काटना पड़ता है लम्बा चक्कर
जगदलपुर। कोरली और पुषपाल गांवों को इंद्रावती नदी अलग करती है। दोनों गांवों के बीच नदी पार करने के लिए पुल नहीं बन पाया है। इसके चलतेलोगों को पचास किलोमीटर का लम्बा चक्कर काट कर आना जाना पड़ता है। गर्मी में जैसे-तैसे डोंगी से लोग नदी पार कर लेते हैं, लेकिन बारिश और सर्दियों में यह जानलेवा साबित होता है। डोंगी चलाने वाले पुषपाल के जुगधर बताते हैं कि यह काम पहले उनके पिता करते थे, अब वे कर रहे हैं। दो डोंगियों से रोजाना सैकड़ों लोग पार होते हैं, 50 से 100 रुपये किराया लगता है। पुल के आभाव में लोगों को 50 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। इससे उनका समय और पैसा दोनों खर्च होता है।
गांव की महिलाएं बताती हैं कि सड़क तो बन गई है, लेकिन बिजली हफ्तों गुल रहती है और नल कनेक्शन होते हुए भी पानी नहीं आता। गांव के लोग बारिश में नदी का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। ग्रामीण सालों से इंद्रावती पर पुल की मांग कर रहे हैं।
