आरंग के आईडीबीआई बैंक का अपना नियम, केवाइसी प्रक्रिया 15 दिन की जबकि दूसरे बैंक में लगते हैं 24 घंटे, बैंक के रवैये से ग्राहक परेशान

आरंग। शादी और त्योहारी सीज़न में आरंग के आईडीबीआई बैंक शाखा के ग्राहक बैंक प्रबंधन के कार्यशैली से बहुत परेशान हैं। बैंक के कछुआ चाल कार्यशैली से सैकड़ों ग्राहक केवायसी प्रक्रिया के लिए कई दिनों से भटक रहे हैं। बैंक शाखा आई एक विधवा महिला ने बताया कि अगले हफ्ते बेटे की शादी है, जिसके लिए उनको पैसों की जरूरत है। खाता फ्रिज होने की जानकारी मिलते ही 2 अप्रेल को केवायसी आवेदन जमा कर दिया था, लेकिन कर्मचारी खाता कब शुरू होगा इसका उचित जवाब नही दे रहे हैं, जिससे परेशानी बढ़ गई है।
दरअसल इस शाखा में नियमित लेनदेन नही होने के कारण कई ग्राहकों का खाता फ्रीज हो गया है। जिसके कारण उन्हें केवायसी का आवेदन फार्म भरवाया जा रहा है। लेकिन बैंक के द्वारा कई दिनों से उन फार्म को प्रोसेस नही करके इकट्ठा किया जा रहा है। जिसके कारण शाखा में फार्म का पुलिंदा बन गया है। फार्म जमा करने वाले बैंक के कर्मचारी से उचित जानकारी नही मिलने और रूखे व्यवहार से ग्राहक काफी नाराज है। ग्राहकों द्वारा कर्मचारी से प्रक्रिया की मियाद पूछने पर वह इकट्टा हुए फार्म की तरफ इशारा करके शाखा प्रबंधक से बात करने कहता है।
इस बारे में शाखा प्रबंधक जगत प्रसाद का अपना तर्क है कि केवायसी उनके हेड ऑफिस से होता है जिसके लिए कम-कम 15 दिनों का समय लगता है। बाकी बैंकों में एक दिन प्रक्रिया के सवाल पर उन्होंने एक राष्ट्रीयकृत बैंक में फोन किया जिसके जवाब में भी उनको 24 घंटे की मियाद का जानकारी मिला। जिसके बाद वे गोल-मोल बात बनाने लग गए। उन्होंने बताया कि बहुत सारे आवेदन मार्च के हैं इसलिए इस लिये ज्यादा दिख रहा है। इसका मतलब यह है कि ग्राहक इस शाखा में महीनों से बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। देखने वाली बात है कि बैंक के उच्च अधिकारी इस शाखा के कार्यप्रणाली का सुध कब लेंगे।
