तंत्र-मंत्र के लिए हिरण का शिकार, राजधानी में डील

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अंधविश्वास के चलते वन्य प्राणियों का शिकार और उनके अवशेषों की तस्करी जारी है। तस्करों ने रायपुर को वन्य प्राणियों के अवशेष खपाने का सेफ जोन बना दिया है। आरोपी तंत्र क्रिया करने और बेचने के लिए रायपुर में सौदा कर रहे हैं। रायपुर की रेंज स्तरीय टीम ने खुलासा किया है। वन विभाग की टीम ने हिरण की खाल और सींग के साथ 3 आरोपियों को पकड़े जिसमें तांत्रिक भी शामिल है। वहीं आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में 4 साल में 220 हिरण का शिकार हो चुका है। इनमें कई गिरफ्तारियां भी हुई हैं।
दरअसल वन विभाग की रेंज स्तरीय फ्लाइंग टीम को बीते दिन दोपहर 3 बजे वन्य प्राणियों के अवशेष की तस्करी का खबर मिला। मुखबिर ने बताया कि बोलेरो में वन्य प्राणियों के अवशेष रखकर 3 आरोपी रायपुर की तरफ निकले हैं। खबर मिलते ही फ्लाइंग प्रभारी अपनी टीम के साथ विधानसभा–बलौदाबाजार रोड पर घेराबंदी करने के बाद विधानसभा रोड पर एक निजी स्कूल के पास तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है ।
