अस्पताल पर मरीजों के इलाज में लापरवाही और धर्मांतरण का आरोप, स्वस्थ्य मंत्री से शिकायत

रायपुर। धमतरी के बठेना क्रिश्चियन अस्पताल पर स्थानीय लोगों और विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष रामचंद्र देवांगन ने मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने, धोखाधड़ी और धर्मांतरण करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस सम्बन्ध में आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा। इस पर स्वस्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने जांच के निर्देश दिए हैं। इस सम्बन्ध में पहला मामला
एक गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अस्पताल लाया गया था। बच्चे का पैर बाहर निकल रहा था, लेकिन अस्पताल वालों ने कह दिया कि बच्चा मर चुका है। प्रसूता को रायपुर ले जाओ। उनसे 17,000 रुपए वसूल लिए। परिवार के लोगों ने तत्काल दूसरे अस्पताल लेकर गए। जहां महिला ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया। दूसरा मामला एक हादसे से जुड़ा हैं। एक एक्सीडेंट का मरीज लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचा। उसके पेट में चोट, आंत फटी, लेकिन यहाँ इलाज करने की जगह एमआरआई कराने कहा.गया । 24 घंटे तक मरीज दर्द से तड़पता रहा। आखिरकार उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसकी मृत्यु हो गई । एक अन्य मामला मीनाक्षी साहू नाम की महिला का है। जहाँ आठवें महीने उसका ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया । जहाँ उनसे परिजनों की औपचारिक अनुमति नहीं ली गई । डॉ. संदीप पटौदा लापरवाही से बच्चे का पैर टूट गया बच्चा अब स्थाई तौर पर अपंग हो गया है। बच्चे को कमजोर बताकर आईसीयू में रखा गया था। परिवार को एक हफ्ते तक बच्चे से मिलने नहीं दिया गया।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नर्सिंग कॉलेज में हिंदू छात्राओं पर ईसाई युवकों से शादी करने का दबाव बनाया जाता है। यहां धार्मिक स्वतंत्रता का हनन, मानवाधिकारों की धज्जियां और मरीजों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
