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नेशनल लोक अदालत में सबसे अधिक रिकार्ड 33649 मामलों का किया गया निराकरण

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जगदलपुर। जिला एवं सत्र न्यायालय जगदलपुर में आयोजित नेशनल लोक अदालत का शुभारम्भ अध्यक्ष व जिला न्यायाधीश मनीष कुमार ठाकुर ने किया। जगदलपुर में आयोजित नेशनल लोक अदालत में अब तक की रिकार्ड मामलों का निपटारा किया गया, मिले आंकड़ो के अनुसार राजीनामा योग्य प्रकरणों में पक्षकारों की आपसी सुलह समझौता से 33649 मामलों का निराकरण किया गया। बताया गया कि अब तक कि जगदलपुर में आयोजित नेशनल लोक अदालत में सबसे अधिक रिकार्ड मामलों का निपटारा करने में सफल रहे।
नेशनल लोक अदालत में कुल रखे गये कुल लंबित 1761 प्रकरणों में से 47 आपराधिक प्रकरण 10 व्यवहार वाद प्रकरण, 30 दावा प्रकरण, 6 पारिवारिक प्रकरण, 46 धारा 138 नि.ई. एक्ट के प्रकरण, 1 विद्युत, 30 श्रम संबंधी प्रकरण, 177 स्पेशल सिटिंग के अन्तर्गत प्रकरण, 1138 ट्रैफिक चालान, जनोपयोगी सेवा के 2 प्रकरण इस प्रकार कुल 1487 लंबित प्रकरणों में रूपये 3,99,37,875 रुपए में राजीनामा के आधार पर उनका निराकरण आपसी सुलह समझौता के आधार पर किया गया। राजस्व न्यायालयों में गठित 20 खण्डपीठों में कुल 32094 राजस्व प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसी प्रकार सभी प्रमुख बैंकों, बीएसएनएल विभाग, विद्युत विभाग, नगरनिगम (जल प्रदाय शाखा एवं संपत्ति कर शाखा) द्वारा रखे गये कुल 7743 प्रकरणों में से बैंक के 50 प्रकरण, बीएसएनएल के 5 प्रकरण एवं जलकर के 10 प्रकरण इस प्रकार कुल 67 प्रकरणों में रूपये 38,94,022 रुपए में राजीनामा के आधार पर प्री-लिटिगेशन प्रकरणों का अंतिम निराकरण किया गया।
नेशनल लोक अदालत में परिवार न्यायालय जगदलपुर में एक एतिहासिक फैसले में परिवार टूटने से बच गया। दरअसल एक प्रकरण में आवेदिका ने पति से अलग होने और भरण पोषण का मामला दर्ज कराय था। 6 साल पुराने वैवाहिक जीवन में 2 संताने थी। मामला इतना बढ़ गया था कि उसने भरण पोषण के लिए आवेदन तक लगा दिया था।लेकिन न्यायालय एवं काउन्सलर के माध्यम से एक बार साथ रहकर जीवन बिताने की समझाईस दी गई। जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए और शनिवार को उन्होंने अपना मामला वापस लेते हुए खुशी खुशी साथ रहने पर सहमति जताई।

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