झोलाछाप डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग ने की कार्रवाई, दो अवैध क्लीनिक सील

कोरिया। अवैध रूप से इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। 9 और 10 जून को बैकुंठपुर ब्लॉक के चरचा कॉलरी क्षेत्र में दो गैर-पंजीकृत क्लीनिकों को सील कर दिया गया। यह अभियान कलेक्टर चंदन त्रिपाठी, संभागीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. अनिल शुक्ला (अंबिकापुर, सरगुजा) के निर्देश पर, तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. प्रशांत सिंह के मार्गदर्शन में चलाया गया।
चरचा कॉलरी के उड़िया दफाई क्षेत्र में राम मंदिर के पास सुधीर कुमार मिश्रा द्वारा संचालित क्लीनिक की जांच के दौरान सामने आया कि वहां बिना किसी मान्य डिग्री के चिकित्सकीय कार्य किया जा रहा था। क्लीनिक से नीडल, दवाइयां और इंजेक्शन जैसी सामग्री बरामद हुई, लेकिन कोई भी वैध दस्तावेज़ या पंजीयन नहीं दिखाया गया। तत्काल प्रभाव से यह क्लीनिक सील कर दिया गया।
इसी क्षेत्र के टीना दफाई में ‘डॉ. आर. खान’ नाम से संचालित एक घरेलू क्लीनिक की भी जांच की गई। वहां भी आईवी स्टैंड, बेड और चिकित्सा उपकरण मिले, लेकिन संचालक के पास किसी भी प्रकार की मान्य डिग्री नहीं थी। नर्सिंग होम एक्ट 2013 के तहत यह क्लीनिक भी सील कर दिया गया।
इससे एक दिन पहले, 9 जून को सोनहत ब्लॉक के तेलीमुड़ा ग्राम में महेंद्र पटेल नामक व्यक्ति के खिलाफ भी शिकायत मिली थी। जांच में उनके पास चिकित्सकीय उपकरण मिले लेकिन कोई पंजीयन प्रमाणपत्र नहीं था। इस पर उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने की अनुशंसा की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे केवल पंजीकृत एवं योग्य चिकित्सकों से ही उपचार कराएं। किसी भी अवैध रूप से चिकित्सा कर रहे व्यक्ति की जानकारी मिलने पर तत्काल संबंधित स्वास्थ्य केंद्र या सीएमएचओ कार्यालय को सूचित करें।
