औद्योगिक क्षेत्र उरला में जल्द स्थापित किया अग्निशमन केन्द्र

00 उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने शासन से की मांग
रायपुर। छग प्रदेश गठन के 25 वर्ष पश्चात भी सबसे पुराने एवं वृहत औद्योगिक क्षेत्र उरला में औद्योगिक इकाईयों की आग से सुरक्षा हेतु कोई साधन नही है। कुछ बडी इकाईयों में अग्निशमन वाहन उपलबध है, लेकिन उनके भरोसे पुरे औद्योगिक क्षेत्रों को छोडऩा उचित नही है। आग लगने की स्थिति में सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र या रायपुर से अग्निशमन वाहन के आने व कार्य प्रारंभ करने में न्यूनतम 1 से 2 घंटे का समय लगता है और इतने समय मेें कोई भी अनहोनी घटित हो सकती है। उरला औद्योगिक क्षेत्र के चारो ओर बीरगांव एवं उरला की करीब 1.5 लाख की सघन अबादी क्षेत्र होने के कारण आग की कोई भी घटना होने पर यदि तत्कालिक नियंत्रण नही किया जाये तो यह भयावह रुप ले सकती है।
पिछले दिनों उरला औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ईकाई भीमसरिया डोर्स में आग लगने की वजह से करोड़ो रुपये का नुकसान का अनुमान है। अभी वर्तमान में गर्मी की शुरुआत हो रही है, आगे आने वाले समय में आग लगने की स्थिति पर सघन आबादी होने के कारण स्थिति गंभीर रुप धारण कर सकती है। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के द्वारा विगत 15 वर्षो से उरला आद्योगिक क्षेत्र में अग्निशमन केन्द्र की स्थापना के लिए शासन से मांग की जा रही है। उरला औद्योगिक क्षेत्र में शासन द्वारा भूमि भी चयनित की जा चूकी है किन्ही कारणों से अग्निशमन केन्द्र की स्थापना में विलंब हो रहा है।
प्राथमिक आवश्यक्ता की इस सुविधा को केवल उद्योगों के भरोसे न छोडकर शासन द्वारा इस दिशा में सार्थक कदम उठानें की नितांत आवश्यकता है। अनुरोध करते है कि अग्निशमन केन्द्र की स्थापना के पूर्व अभी वर्तमान में अस्थायी रुप से उरला औद्योगिक क्षेत्र में दमकल वाहन की व्यवस्था शासन द्वारा की जाए। उपरोक्त सुझावों पर उद्योग हित में शासन द्वारा त्वरित क्रियान्वयन की आशा है।
