प्रधानमंत्री फसल बीमा में 22 लाख के गबन मामले में कृषि विभाग के तीन पर एफआइआर दर्ज

जगदलपुर। बस्तर जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बास्तानार ब्लॉक के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मुन्ना लाल बघेल ने अपने दो सहयोगियों गिरीश चंद्र सेठिया और अनिल सेठिया के साथ मिलकर किसानों के 22 लाख 53 हजार रुपए गबन कर लिया। नकली दस्तावेज व फर्जी हस्ताक्षरों से खुला खेल जांच में पाया गया कि आरोपी कृषि अधिकारी और उसके, सहयोगियों ने किसानों के हस्ताक्षर जाली बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और इन्हें निजी बीमा कंपनी को भेजा। इन्हीं जालसाजियों के आधार पर बीमा दावे पास हुए और 22 लाख से अधिक राशि स्वीकृत कर दी गई। किसानों को इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी तक नहीं दी गई। नवंबर में जब उनके खातों में पैसा पहुंचा, तो तीनों आरोपियों ने उन्हें डराकर और गुमराह कर, रकम को कैश और ऑनलाइन माध्यम से अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिया।
धोखाधड़ी की भनक तब लगी जब प्रभावित किसानों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद विभागीय जांच शुरू हुई, जिसमें आरोप साबित पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर बुरगुम थाना पुलिस ने कृषि विस्तार अधिकारी और उसके दोनों साथियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318 (4) के तहत अपराध दर्ज किया है। पूरी बीमा राशि अपने कब्जे में लेने के बाद तीनों आरोपी बड़ी सफाई से मामले को दबाने की कोशिश कर रहे थे। विभागीय पुष्टि के बाद अब पुलिस इस गबन कांड की जांच कर रही है।
इस मामले में जांच अधिकारी एएसपी महेश्वर नागने बताया कुल गबन की गई राशि 22 लाख 53 हजार रुपए है। आरोपी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। उन्हाेने बताया कि यह घटना कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है।







