प्रधानमंत्री आवास योजना घोटाला मामले में 6 पर एफआईआर, 2 रोजगार सहायकों की सेवाएं समाप्त
कोरबा। प्रधानमंत्री आवास योजना नाम पर 86 लाख रुपये की हेराफेरी के मामले में 3 ठेकेदार, 2 रोजगार सहायक और 1 आवास मित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही दो रोजगार सहायकों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं।
जांच में सामने आया कि ग्राम पंचायत श्यांग, सिमकेदा और सोलवा में 72 आवासों का निर्माण अधूरा था लेकिन इन्हें पूर्ण दिखाकर 86 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। इस गड़बड़ी में ठेकेदार राजाराम चौहान, मेघनाथ विश्वकर्मा और लखनलाल बैगा, रोजगार सहायक प्रकाश चौहान और किरण महंत और पूर्व आवास मित्र चंद्रशेखर मंझवार शामिल थे। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 409, 120-बी, 34 के तहत मामला दर्ज गया है। इसके साथ ही रोजगार सहायक प्रकाश चौहान और किरण महंत की सेवाएं खत्म कर दी गई है। तत्कालीन विकासखंड समन्वयक लम्बोदर कौशिक और कलेश्वर चौहान पर भी एफआईआर के निर्देश दिए गए है।
सीईओ जिला पंचायत ने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। शासन स्तर पर इस घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी और बाकी दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई की संभावना है।