13 लाख की इनामी महिला नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, नक्सली संगठन पर लगाये आरोप
कवर्धा। कबीरधाम सहित अन्य जिला में सक्रिय रूप से काम कर रही 13 लाख की इनामी महिला नक्सली ने कबीरधाम पुलिस के सामने आत्म समर्पण किया है।
नक्सल उन्मूलन अभियान तथा शासन की पुनर्वास नीती के तहत जिला पुलिस बल के द्वारा भटके हुए माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार संपर्क एवं संवाद कर शासन की नक्सल पुनर्वास नीति का व्यापक प्रचार-प्रसार गॉव-गॉव तक किया जा रहा है, साथ ही नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए नक्सल गस्त सर्चिंग में वृद्वि हुई है जिसके परिणाम स्वरूप यह बदलाव माओवादी कैडर में दिखाई दे रहा है।
नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके नक्सल संगठन में सक्रीय महिला नक्सली रानीता उर्फ़ हिड़मे कोवासी पति प्रेम पिता सन्नू कोवासी उम्र लगभग 22 वर्ष निवासी पुलनपाड़, गोल्लापरा थाना चिंतलनार जिला सुकमा ने 27 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कलेक्टर कबीरधाम जन्मेजय महोबे (भा.प्र.से.), पुलिस अधीक्षक कबीरधाम डॉ अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास कुमार (भा.पु.से.) एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र सिंह बघेल (रा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स संजय ध्रुव, उप पुलिस अधीक्षक प्रतीक चतुर्वेदी, कृष्ण कुमार चंद्राकर, सतीश धुर्वे की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पित महिला का नक्सल नक्सली संगठन में थी सक्रिय
वर्ष जुन 2016 में किस्टाराम एरिया में बाल संगम में शामिल हुआ। वर्ष 2017 में संगठन में पूर्ण सदस्य बना, 06 माह किस्टाराम क्षेत्र में रही। सितंबर 2017 में विस्तार हेतु एमएमसी जाने कोतुल एरिया माड़ आयी। सितंबर 2017 में माड़ क्षेत्र से 20 लोगों के साथविस्तार के लिये एमएमसी में आकर टांडा एरिया पहुॅची। अक्टुबर2017 से 2020 तक टांडा एरिया कमेटी में रही।
ऽ वर्ष 2021 से टांडा एरिया कमेटी को समाप्त कर मलॉजखण्ड व दर्रेकसा में शामिल करने पर मलॉजखण्ड़ एरिया कमेटी में सदस्य के रूप में जनवरी-फरवरी 2024 तक सक्रिय रही। मलॉजखण्ड़ एरिया में एसजेडसीएम/ डिवीजन सचिव- विकास नागपुरे के साथ रही। संगठन में 2022 में संगठन में मलॉजखण्ड़ एरिया कमेटी कमांडर के साथ शादी हुआ था।
एक साल बाद पति-पत्नि अलग हो गये। संगठन में छोटे स्तर के कैडर के साथ भेदभाव, दुर व्यवहार के कारण संगठन छोड़कर चली आयी। संगठन में धारित हथियार-12 बोर अपराधिक रिकार्ड-जिलाखैरागढ़-छुईखदान-गण्ड़ा ई क्षेत्रांतर्गत 03, जिला बालाघाट म0प्र0 क्षेत्रांतर्गत 19 घटित माओवादी घटनाओं में शामिल रही है।
13 लाख की इनामी थी महिला
उक्त महिला नक्सली पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 5 लाख रुपये, महाराष्ट्र राज्य में 5 लाख रुपए व मध्यप्रदेश राज्य में 3 लाख रुपए का इनाम घोषित है। इस प्रकार महिला नक्सली पर कुल 13 लाख रुपए का इनाम घोषित है। उक्त महिला माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में जिला कबीरधाम के DSB शाखा में कार्यरत प्र आर घनाराम सिन्हा, प्र आर अभिजीत सिंह, आर कृपाराम, नव आर राजूलाल यादव, डीएसएफ आरक्षक तथा गो.सै. तीजू एवं दिवाकर तथा अन्य कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। वही आत्मसमर्पित महिला नक्सली को पुनर्वास नीति के तहत् तत्काल 25,000 रूपये की सहायता राशि प्रदान की गयी. इसके साथ छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत प्रावधानित अन्य समस्त सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।