डीके कॉलेज में छात्रों ने वेस्ट मटेरियल से बनाई उपयोगी वस्तुएं, प्रदर्शनी में मिली सराहना

बलौदाबाजार। उच्च शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देश पर डीके महाविद्यालय में वेस्ट मटेरियल से उपयोगी और सजावटी वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी रचनात्मक प्रतिभा को व्यवसायिक रूप देना था। प्रशिक्षण के बाद छात्रों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी महाविद्यालय परिसर में लगाई गई, जहां लोगों ने न केवल छात्रों की मेहनत की सराहना की बल्कि कई वस्तुएं खरीदी भी। महाविद्यालय की प्राचार्य एथेंस मिंज ने बताया कि छात्रों को यह सिखाया गया कि वेस्ट पदार्थों का पुनः उपयोग कर कैसे सुंदर और उपयोगी वस्तुएं बनाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों की सृजनात्मकता और प्रदर्शनी में मिले सकारात्मक प्रतिसाद से यह प्रयास सफल रहा है। सहायक प्राध्यापक डाली शुक्ला ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्रों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है ताकि वे इन वस्तुओं को बाजार में बेचकर अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल सकें और आगे चलकर इसे लघु उद्योग के रूप में विकसित कर सकें। प्रदर्शनी में पहुंचे खरीददारों ने छात्रों की कला और प्रयासों की प्रशंसा की। खरीददार मनीषा शुक्ला ने कहा कि यह पहल पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता दोनों की दिशा में सराहनीय कदम है। छात्रा कामाक्षी नामदेव ने बताया कि इस प्रशिक्षण से उन्हें नई कला सीखने और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिली है।
