किसानों की परेशानियों पर देवलाल दुग्गा का धरना, धान खरीदी व्यवस्था पर उठे सवाल

प्रदेश भर में धान खरीदी की अव्यवस्था को लेकर किसानों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। रकबा घटने, एग्रीटेक प्रणाली में तकनीकी त्रुटियां, खरीदी लिमिट तय होने और टोकन जारी न होने के कारण किसान अपनी उपज बेचने में असमर्थ हैं और तहसील कार्यालय, धान खरीदी केंद्र, पटवारी व लैंपस कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता, पूर्व विधायक और पूर्व अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष देवलाल दुग्गा किसानों की समस्याओं को लेकर दुर्गुकोंदल पहुंचे और तहसील कार्यालय के सामने चटाई बिछाकर करीब दो घंटे धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश में धान खरीदी की बिगड़ती व्यवस्था, किसानों की परेशानियों और शासन-प्रशासन की उदासीनता पर गंभीर आरोप लगाए। देवलाल दुग्गा ने कहा कि वे स्वयं भी धान बेचने में परेशान हैं और यदि पूर्व विधायक जैसी स्थिति में समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है, तो आम किसानों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। धरना समाप्त होने के बाद उन्होंने चेतावनी दी कि अगर धान खरीदी व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे किसानों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेंगे। तहसीलदार कुलदीप ठाकुर ने बताया कि देवलाल दुग्गा की पत्नी के धान रकबे की एग्री स्टिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और खसरा नंबर जुड़ जाने के बाद टोकन जल्द ही जारी कर दिया जाएगा। देवलाल दुग्गा का धरना और उससे जुड़े वीडियो क्षेत्र में तेजी से वायरल हो रहे हैं।







