कांग्रेस कार्यालय में बेटियां सुरक्षित नहीं, महिला नेत्री का अपमान दुर्भाग्यजनक : अरुण साव
रायपुर। कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में बेटियां सुरक्षित नहीं है। नारी न्याय की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी, लड़की हूं लड़ सकती हूं बोलने वाली नेत्री प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ आ रही हैं। अब उन्हें अपने घर की बेटी को न्याय दिलाने के लिए लड़ना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने ये बात गुरुवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस कार्यालय में बेटी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में प्रियंका गांधी कैसे देश और प्रदेश में बेटियों को सुरक्षा देंगी। कांग्रेस में माता-बहनों के लिए मान सम्मान के लिए कोई स्थान नहीं है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्य में मीडिया समन्वयक राधिका खेड़ा को कांग्रेस भवन में ही अपमान झेलना पड़ा है। ये दुर्भाग्यजनक घटना है। अब उन्हें अकेले ही अपनी मान सम्मान के लिए कांग्रेस नेताओं से लड़ना पड़ रहा है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस महिलाओं का सम्मान नहीं करती है। लड़की हूं, लड़ सकती हूं, ये सिर्फ दिखावा है। कांग्रेस कार्यालय में बेटी ही अपमानित होती है, ये कांग्रेस की दशा और दिशा को बताती है। नारी का सम्मान, हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। उसका कांग्रेस कार्यालय में पालन नहीं हो रहा है। कांग्रेस अपने प्रमुख नेताओं को सम्मान नहीं दे पा रही है। उनके के लिए भी प्रियंका गांधी को लड़ना चाहिए।
डिप्टी सीएम ने राधिका खेड़ा के कांग्रेस छोड़ने के बयान पर कहा कि, जहां नारी का मान-सम्मान नहीं है, वहां नहीं रहना चाहिए। लेकिन यह फैसला उन्हें करना है।
साव ने कहा कि, कांग्रेस टुकड़ों में बंट चुकी है। कांग्रेस में दो फाड़ की नौबत है। एक दूसरे को नीचा दिखाने का खेल चल रहा है। इस वजह से ये पार्टी जनता से दूर जा चकी है। जल्द समाप्त होने वाली है। चिड़िया चुग गई खेत, अब की बार 400 पार तय है।