कांग्रेस का प्रदर्शन यह अपराधों के खिलाफ अपराधियों के संगठित गिरोह का आंदोलन था : श्रीवास्तव

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने सोमवार को कांग्रेस द्वारा राजधानी में किए गए प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि यह अपराधों के खिलाफ अपराधियों के संगठित गिरोह का आंदोलन था। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता भी नैतिक रूप से इस आंदोलन के पक्ष में नहीं थे और इसलिए अंतरात्मा की आवाज सुनकर कांग्रेस कार्यकर्ता इस आंदोलन में शरीक ही नहीं हुए। कांग्रेस का यह प्रदर्शन ‘उल्टा चोर कोतवाल को डाँटे’ की कहावत को चरितार्थ करने वाला था।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने सोमवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आहूत पत्रकार वार्ता में कहा कि कांग्रेस के इस प्रदर्शन को लेकर जनता में आश्चर्य रहा कि अपने पाँच वर्षों के शासनकाल में कांग्रेस ने अपराधियों के समान शासन चलाने वाली, अपराधियों की तरह व्यवहार करने वाली कांग्रेस आज कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही है। प्रदेश में भाजपा के सत्तासीन होने के बाद से जितनी भी आपराधिक घटनाएँ हुई हैं, उनमें अधिकांश मामलों में कांग्रेस के नेताओं, जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की संलिप्तता सामने आई है। कांग्रेस शासनकाल में अपराध, नशाखोरी और भ्रष्टाचार चरम पर रहा। श्री श्रीवास्तव ने कांग्रेस की अपराधों में संलिप्तता के कुछ प्रमुख मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद जितने भी अपराध हुए हैं, उनमें बड़े अपराधो में कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता साबित हुई है। चाहे सरगुजा जिले के सूरजपुर में युवक कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप साहू ने सरगुजा में मां व बेटी की 13 अक्टूबर, 2024 को हत्या हो, चाहे गिरौदपुरी धाम को अपने राजनीतिक षड्यंत्र का केंद्र बनाकर बाद में उसी की आड़ में 11 जून, 2024 को बलौदाबाजार में कलेक्टर-एस पी कार्यालय जलाने की घटना हो जिसमें कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव जमानत पर हैं, बलौदाबाजार में जातीय विद्वेष फैलाने का काम किया, चाहे कांग्रेस विधायक उत्तरा जांगड़े द्वारा एक सभा में कलेक्टर-एसपी के दफ्तर में घुसकर हिंसा और आगजनी करने के लिए उकसाने वाला भाषण हो। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बालोद जिले के ग्राम गोटिया में एक शिक्षक देवेंद्र ठाकुर ने 3 सितम्बर, 2024 को आत्महत्या की। इस मामले में पूर्व मंत्री मो. अकबर समेत तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई। बिलासपुर में कल ही 20 अप्रैल को बलात्कार, गर्भात व पीएम आवास के नाम पर 50 हजार रुपए की वसूली के मामले में एक कांग्रेसी पूर्व पार्षद व पूर्व एल्डरमैन काशी रात्रे की गिरफ्तारी हुई है। ऐसे अनेक बड़े मामलों में कांग्रेस नेताओं की संलिप्तता जाहिर हुई है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने और भाजपा की सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र करके कांग्रेस के लोग किस नीचे स्तर तक जा सकते हैं, गिरौदपुरी समेत तमाम बड़ी आपराधिक वारदातें इसे बयान कर रही हैं। आज मुद्दों और नेतृत्व से संकट से गुजर रही कांग्रेस अपनी राजनीतिक दुकानदारी बचाए रखने के लिए प्रदर्शन तो कर रही है, लेकिन कांग्रेस के डीएनए में ऐसी क्या चीजें हैं, कि हर-एक जो अपराध हो रहा है, उसमें जो अधिकतम पकड़े जा रहे अपराधी कांग्रेस के नेता या कार्यकर्ता हैं। यही कांग्रेस का मूल चरित्र है। श्री श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि कांग्रेस को प्रदर्शन करने के बजाय 5 साल के भूपेश के शासन में पूरे छत्तीसगढ़ में मचाई गई लूट का जवाब देना चाहिए। कांग्रेस को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि सबसे बड़े शराब घोटाले में उसके तत्कालीन मंत्री आज जेल में हैं और बेल नहीं मिली है। पीएससी में अपने चहेतों को लाभ दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ के युवाओं का भविष्य बेच दिया था। आज उनका चहेता अधिकारी टामन सोनवानी जेल में है, इस बात का जवाब भी कांग्रेस दे। महादेव ऐप, जिसने छत्तीसगढ़ का भविष्य बर्बाद कर दिया, उस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री पर आरोप लगा है, इस बात का कांग्रेस जवाब दे। कोल, डीएमएफ जैसे आर्थिक अपराध की आँच सचिवालय तक पहुँची और मुख्यमंत्री की तत्कालीन निज सचिब और चहेती अधिकारी आज जेल में है, इस पर कांग्रेस जवाब दे। कांग्रेस के कार्यकाल में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में अभद्रता हुई, इस शर्मनाक विषय पर कांग्रेस को अपने मौन का जवाब देना चाहिए। इतना ही नहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के सचिव ने कांग्रेस नेत्री अर्चना गौतम के साथ अभद्रता की, पहले उस पर भी कांग्रेस जवाब दे।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस अपराध की बात करके सिर्फ छत्तीसगढ़ के माहौल को खराब करने का प्रयत्न कर रही है। सबसे पहले उसने बलौदाबाजार में यह कार्य किया। कवर्धा में भी आत्महत्या वाले मामले में उसने माहौल खराब करने का प्रयत्न किया। बाद में दुर्ग में भी उसने यह प्रयास किया, लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट में जब सही अपराधी पकड़ा गया तो कांग्रेस को अपनी पदयात्रा तक रद्द करनी पड़ी।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी अनुराग अग्रवाल, भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, प्रदेश प्रवक्ता अमित साहू, सुनील चौधरी व मीडिया पैनलिस्ट निशिकांत पाण्डेय भी मौजूद थे।
