नेशनल हेराल्ड FIR के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED दफ्तर का घेराव किया

रायपुर में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नई FIR दर्ज होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ED कार्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया। राजधानी रायपुर में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और केंद्र सरकार तथा ईडी का पुतला फूंका। प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल भी तैनात किया गया।
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 30 नवंबर 2025 को सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ FIR संख्या 0124/2025 दर्ज की। इसमें आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और विश्वासघात जैसे आरोप लगाए गए हैं। FIR में कुल नौ आरोपी हैं, जिनमें छह व्यक्ति और तीन कंपनियां शामिल हैं। शिकायत के अनुसार कांग्रेस से जुड़ी एजेएल कंपनी की लगभग 2,000 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियों पर कथित रूप से धोखाधड़ी कर 50 लाख रुपए में कब्जा करने की साजिश रची गई। ED की रिपोर्ट में कहा गया है कि यंग इंडियन को “स्पेशल पर्पस व्हीकल” के तौर पर इस्तेमाल किया गया, जिससे सार्वजनिक धन को निजी लाभ में बदला गया।
ईडी ने 9 अप्रैल 2025 को राऊज एवेन्यू कोर्ट में धन शोधन के आरोप में अभियोजन शिकायत दाखिल की थी। ताजा FIR में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और सुनील भंडारी के नाम शामिल हैं, जबकि यंग इंडियन, डॉटेक्स मर्चेंडाइज और एजेएल कंपनियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया।
नेशनल हेराल्ड मामला 1938 में जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित अखबार नेशनल हेराल्ड से जुड़ा है। AJL कंपनी ने इसका संचालन किया और 2008 में आर्थिक कारणों से इसका प्रकाशन बंद कर दिया गया। आरोप है कि 2010 में गठित यंग इंडियन कंपनी ने AJL का ब्याज मुक्त ऋण मात्र 50 लाख में खरीद लिया, जिससे सोनिया और राहुल गांधी की हिस्सेदारी 76% हो गई। विवाद तब बढ़ा जब बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 2012 में अदालत में धोखाधड़ी और विश्वासघात का आरोप लगाया।
रायपुर सहित देशभर में कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन जारी हैं। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर राजनीतिक प्रतिशोध ले रही है, जबकि ED और पुलिस जांच को तथ्यों पर आधारित बता रही हैं।





