कांग्रेस ने जारी किया साय सरकार के खिलाफ का आरोप पत्र, 1 साल में जनता हुई बदहाल
रायपुर। भाजपा की साय सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने रविवार को राज्य की जनता की ओर से आरोप पत्र जारी किया। जिसमें बताया गया हैं कि पिछले 1 साल में भाजपा की साय सरकार जनता की उम्मीदों पर विफल साबित हो चुकी है। सरकार से युवा, किसान, महिला, मजदूर, विद्यार्थी, अनुसूचित जाति, जनजाति हर वर्ग के लोग निराश है। सब सरकार से अपने आपको ठगा महसूस कर रहे है। भाजपा की विष्णुदेव सरकार 1 साल में विफल साबित हो गई। राज्य में भ्रष्टाचार और कुशासन का दौर हावी है। साय सरकार के 1 साल में विष्णु का सुशासन तो दूर विष्णु की सरकार कही नहीं दिख रही। स्थानीय निकायों में किये गये दोषपूर्ण आरक्षण नीति के कारण ओबीसी वर्ग के लोग सरकार से नाराज है।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, उपाध्यक्ष गुरुमुख सिंह होरा, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल, महामंत्री दीपक मिश्रा, सकलेन कामदार, वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, प्रवक्ता सत्य प्रकाश सिंह ने आरोप पत्र जारी करते हुए मीडिया के समक्ष बताया कि 3100 रू. एकमुश्त एवं धान का बढ़ा हुआ समर्थन मूल्य 112 रू., कुल 3217 रू. नहीं मिलने से किसान हताश है। गृहमंत्री के गृह जिले के लोहारीडीह ग्राम में एक व्यक्ति की हत्या कर फांसी पर टांग दिया गया और दूसरे व्यक्ति को घर में जिंदा जला दिया गया। एक निर्दोष को पुलिस ने मार दिया। लोहारीडीह मामले में प्रशासन ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए गांव के 169 से अधिक निर्दोष लोगों पर फर्जी मुकदमा कर जेल में डाल दिया। पिछली भाजपा की रमन सरकार की तरह साय सरकार में पुन: एक बार अँखफोड़वा कांड हुआ। लापरवाही पूर्वक मोतियाबिंद का ऑपरेशन किए जाने के कारण दर्जनों बुजुर्गों की आंखों की रोशनी चली गई। भाजपा सरकार में दबाव पूर्वक धर्मांतरण ज़ोर शोर से चल रहा है, धर्मांतरण के लिए दबाव डालने के कारण अब तक तीन लोग आत्महत्या कर चुके हैं और प्रदेश में विवाद की स्थिति बनी हुई है। वनरक्षकों, पुलिस आरक्षकों तथा सरकारी नौकरी में हुए भ्रष्टाचार एवं सरकारी नौकरियां बेचे जाने के कारण युवा सरकार से नाराज है। विधानसभा चुनाव में 1 लाख नौकरियां देने का वादा किया था एक साल में 20 हजार नौकरियां मिलना था लेकिन एक साल में भर्ती नहीं निकाली गयी। युवा ठगे महसूस कर रहे है।
18.5 लाख आवास देने का वादा विधानसभा में किया था, लेकिन अभी तक आवास देने के मामले में सरकार कोई कार्ययोजना नहीं बना पायी। आवासहीन खुद को ठगा महसूस कर रहे। भाजपा ने 500 रू. में सिलेंडर देने का वादा किया था, 1 साल हो गया 1 भी महिला को सिलेंडर नहीं दिया गया। यहां भी महिलाएं खुद को ठगा महसूस कर रही।
डीजल खरीदी में प्रति लीटर 6.50 रू. की छूट सिर्फ उद्योगपतियों को दिया जा रहा है। आम जनता, किसान, ट्रांसपोर्ट, आटो, टेम्पो चालक, बस मालिक, ट्रैक्टर चालक, डीजल भट्टी उपयोग करने वाले होटल मालिकों को छूट नहीं दिया जा रहा। सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। अस्पतालों में दवाइयां, चिकित्सकीय टेस्टिंग की सुविधा नहीं मिल रहा है। स्कूलों में चाक, डस्टर लेने पैसे नहीं। जमीन के रजिस्ट्री की गाईड लाईन दरों में कांग्रेस सरकार के समय किये गये 30 प्रतिशत छूट को समाप्त कर दिया, जिससे गरीबों के मकान, प्लाट का सपना टूट गया। 5 डिसमिल से कम के छोटे प्लाटों की रजिस्ट्री बंद करने जा रही है। कांग्रेस इसका विरोध करती है। हम नगरीय निकायों और पंचायतों में इसको मुद्दा बनाने जा रहे है। 1 साल में बिजली के दाम 4-4 बार बढ़ाये गये, 400 यूनिट की छूट को अघोषित तौर पर समाप्त कर दिया गया। 1 साल में रेत के दाम 6 गुना, सिमेंट की कीमतें 5-5 बार बढ़ाये गये। भाजपाई सत्ताधीशों और रेत माफियाओं के बीच सांठगांठ हो गयी है, रेत के कारोबार में रोज खून बहाया जा रहा है। 100 दिन में अनियमित/संविदा कर्मियों को नियमित करने की मोदी की गारंटी फेल हो चुकी है। उल्टे बीएड शिक्षकों, विद्या मितान, अतिथि शिक्षक निकाले गये।