कलेक्ट्रेट के क्लर्क ने की आत्महत्या : प्रमोद दुबे ने मौत के जिम्मेदार पर एफआईआर की मांग
रायपुर। कलेक्टोरेट में कार्यरत्त शासकीय कर्मी प्रदीप उपाध्याय की मौत के जिम्मेदारों पर तत्काल एफआईआर करते हुए जांच किए जाने की मांग पूर्व महापौर व नगर निगम अध्यक्ष प्रमोद दुबे ने की है।
दुबे ने कहा कि जैसे कि सुसाइडल नोट्स से स्पष्ट हो रहा है उपाध्याय उच्च अधिकारियों के प्रताडऩा के लगातार शिकार रहे इस बीच उन्होंने कलेक्टर से भी जाकर अपनी व्यथा बताई एवं प्रताडि़त करने वाले अधिकारियों के बारे में भी जानकारी देने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर आत्महत्या के लिए श्री उपाध्याय को मजबूर होना पड़ा। पूर्व महापौर एवं नगरनिगम के अध्यक्ष प्रमोद दुबे ने कहा है कि जिन अधिकारियों के नाम सुसाइडल नोट में आए हैं उन पर तत्काल निलंबन की कार्यवाही कर एफ आई आर किया जाना चाहिए।
पूरे प्रदेश में कई ऐसे प्रकरण लगातार देखने को मिल रहे हैं जिसमें ब्राम्हण समाज विशेष के लोगों को टारगेट बनाकर प्रताडि़त किया जा रहा है, कुछ दिनों पूर्व नीलमणि दुबे इसके शिकार हुए जिनका 2 माह में 6 बार ट्रांसफर हुआ। कुछ बड़े सचिव स्तर के अधिकारियों को भी अकारण कई मामलों में फंसाने का प्रयास किया गया। जिसमें कुछ हद तक सफलता भी ऐसे लोगों को मिली।
ब्राह्मण समाज हमेशा से दूसरों की भलाई एवं मदद करने में अग्रणी भूमिका निभाते रहा हैं यह समाज अपने जजमान के संपन्नता की कामना पर विश्वास करने वालों में से है लेकिन इन सब के बावजूद टारगेट बनाकर प्रताडि़त किए जाने की ऐसी घटनाओं से काफी रोष व्याप्त है । इस संबंध में समाज के प्रतिनिधियों के साथ जनप्रतिनिधियों का बड़ा समूह जब तक इस घटना के दोषी लोगों को सजा नहीं मिल जाती तब तक अनवरत चरणबद्ध आंदोलन करने की रूपरेखा बनाई है । आज प्रथम चरण में मंत्रियों एवं अधिकारियों को ज्ञापन