छत्तीसगढ़ : इंसानियत शर्मसार, निजी अस्पताल के कमोड में मिली नवजात
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, बाराद्वार थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी अस्पताल में बाथरूम में नवजात बच्ची मिली, जिसे कमोड में फ्लश करके मारने का प्रयास किया गया। बच्ची की रोने की आवाज सुनकर घटना का खुलासा हुआ। इसके बाद उसका रेस्क्यू किया गया। जानकारी के मुताबिक अविवाहिता ने बच्ची को जन्म दिया था। वहीं इस पूरी घटना में अस्पताल प्रबंधन की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही थी। पुलिस ने युवती के खिलाफ धारा 307 और 315 के तहत केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि अविवाहिता 9 महीने की गर्भवती थी, जो निजी हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। युवती ने बच्ची को जन्म दिया और हॉस्पिटल के कमोड में डालकर फ्लश कर दिया। गनीमत रही कि बच्ची जीवित रही। वहीं इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी हॉस्पिटल के स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. संजय अग्रवाल अनजान बनते हुए युवती के गर्भवती होने के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कहते रहे। डॉक्टर का कहना है कि युवती पेट दर्द के नाम से भर्ती हुई थी, जिसका इलाज किया जा रहा था। इसी दौरान उसने बच्ची को जन्म दे दिया।
विशेषज्ञ डॉक्टर्स का कहना है कि किसी भी महिला या युवती के गर्भधारण करने के बाद हर तिमाही के मुताबिक शारीरिक परिवर्तन आते हैं, जिसे कोई भी MBBS डॉक्टर या स्त्री रोग विशेषज्ञ आसानी से पहचान सकता है, लेकिन इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी अभी तक हॉस्पिटल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि जिला चिकित्सा अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है। इधर, केरल के कोच्चि में भी ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां 23 साल की युवती ने अपने गर्भवती होने की बात छिपाकर स्नानघर में बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद उसे लिफाफे में डालकर अपने घर के बाहर ही सड़क पर फेंक दिया। पुलिस का कहना है कि युवती को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जाएगा।