आमातालाब घाट पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन

रायपुर। आमातालाब घाट पर मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर चार दिवसीय छठ महापर्व का विधि-विधानपूर्वक समापन हुआ। प्रातः 6 बजकर 30 मिनट पर व्रती महिलाओं ने पवित्र जल में खड़े होकर सूर्यदेव को उषा अर्घ्य दिया और परिवार व समाज की सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य तथा नई ऊर्जा की कामना की।
छठ पूजन समिति के अध्यक्ष रमेश शर्मा ने बताया कि यह चार दिवसीय पर्व 25 अक्टूबर को ‘नहाय-खाय’ से प्रारंभ हुआ था, जिसका समापन आज उगते सूर्य को ‘ऊषा अर्घ्य’ देने के साथ हुआ। तड़के 3 बजे से व्रती महिलाएं और पुरुषजन बांस की टोकरी (कोसी) में मौसमी फल, ठेकुआ, गुड़ आदि लेकर बाजे-गाजे के साथ घाट पहुंचे। घने बादलों के बीच सूर्यदेव के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह देखने को मिला। सूर्य उदय होते ही जयकारों और धार्मिक गीतों से पूरा घाट गुंजायमान हो उठा।
पूजन-अर्चन के बाद व्रतियों ने दूध और जल से निर्मित अर्घ्य अर्पित किया तथा 36 घंटे के निर्जला उपवास का पारण किया। प्रसाद के रूप में ठेकुआ, गुड़, केला, नारियल और मौसमी फल ग्रहण किए गए।
इस अवसर पर उत्तर विधानसभा के विधायक पुरंदर मिश्रा ने घाट पर नौका विहार करते हुए श्रद्धालुओं का अभिवादन किया और सभी को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में संदीप जंघेल, श्वेता विश्वकर्मा, अवतार सिंह बागल, भारती बागल, सुबोध हरितवाल, अमित तिवारी, अमित शर्मा (लल्लू), अर्पित सूर्यवंशी, अश्विनी विश्वकर्मा और प्रणीत जैन सहित कई गणमान्यजन उपस्थित रहे।







