
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पेश किया गया था जिस पर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा मचाया था। इसके बाद वक्फ बिल को संसद की जेपीसी समिति के पास भेज दिया गया था। माना जा रहा है कि इस बिल पर विस्तार से चर्चा के बाद इसे फिर से संसद में पेश किया जा सकता है। इस बीच गुरुवार को मीयत उलेमा ए हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौलाना अरशद मदनी ने दावा किया है कि मोदी सरकार की दो अहम साथी तेलुगु देशम पार्टी और जदयू के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार ने वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध करने की बात कही है।
