सुलेपक आयरन ओर मयूरभंज ओडिशा के संचालक पर 3.90 करोड़ के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
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रायपुर। बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के डायरेक्टर प्रदीप तिवारी ने आयरन ओर सप्लाई को लेकर सुलेपक आयरन ओर मयूरभंज ओडिशा के संचालक पर 3.90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला नेवरा पुलिस थाने में दर्ज करवाया है। पुलिस ने धारा 381-4,316-5 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने बताया कि बिराट चन्द्र डागरा जो सुलेपत आईरन और माईन को स्वामी एवम माईन ऑनर / पट्टाधारक है। उसने अपनी खदान से 62 से 65 एफई की ग्रेड गुणवत्ता के 25000 एमटी आईरन ओर फाईन्स की आपूर्ति 5100 रुपये प्रति एमटी जीएसटी की दर पर सप्लाई का ऑफर दिया था। यह सप्लाई उसने सडक मार्ग के जरिए करने की बात कही। बजरंग इस्पात ने डागरा के फर्म की पूरी तहकीकात के बाद आपूर्ति के लिये क्रय आदेश 13 फरवरी 2023 को भेजा था। इस पर डागरा के द्वारा साझा किए गए। सहमति पत्र पर संबंधित प्राधिकारी से किसी अभिस्वीकृति के बिना था।
इससे बिराट चन्द्र डागरा के इरादों एवम अपने वादे को पूरा करने की क्षमता पर संदेह पैदा होने पर बजरंग इस्पात प्रबंधन ने बिराट चन्द्र डागरा के साथ चर्चा की। इसमें डागरा के आश्वासनों एवम विश्वास पर भरोसा करते हुए 17 फरवरी 2023 को उसके खाते में रूपये तीन करोड नब्बे हजार मात्र की राशि पार्ट पेमेंट के तौर पर हस्तांतरित की इस राशि का भुगतान किया। उसके बावजूद भी माल की आपूर्ति नहीं की गई। इस पर बजरंग इस्पात में 1-17 मार्च 23 तक विराटचंद्र से संपर्क किया गया, लेकिन उसने कोई रिप्लाई नहीं किया। वह किसी न किसी बहाने से उक्त राशि का पुर्नभुगतान करने से बच रहा है बिराट चन्द्र डागरा ने यह भी स्वीकार किया है कि उसके पास सामग्री की आपूर्ति करने के लिये संबंधित प्राधिकारियों से अनुमति नही है एवम इसलिये यह साबित होता है कि उसका हमें धोखा देने एवम धोखे से हमसे पैसे लेने का गलत इरादा था।
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