पुलिस भर्ती हेतु तपती धूप में मेहनत कर रहे जिले के अभ्यर्थी, बिना किसी शुल्क के फिजिकल एवम् रिटन की तैयारी की व्यवस्था
कवर्धा। प्रदेश में जब से पुलिस भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया है तबसे पुलिस बनने की चाह रखने वाले युवा वर्दी पहनने के सपने सजोय रखें हैं अपनें अपने स्तर में सभी तैयारी जारी कर चुके हैं पुलिस भर्ती हेतु तकरीबन 7 लाख युवाओं ने फॉर्म भरा है जिसमें कवर्धा जिला के युवा साथी भी अपनी किस्मत आजमाने हजारों की संख्या में तैयारी कर रहे हैं।
प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में सुविधाओं के साथ युवा साथी तैयारी कर रहे हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्र के सक्षम अभिभावक अपनें बच्चों को शहरों में भेजकर तैयारी करवा रहे हैं मगर ऐसे बच्चे जिनके अभिभावक शहर भेजने में सक्षम नहीं उनके बच्चे सुविधाओं से दूर हो जाते हैं तैयारी करने में सुविधाओं के अभाव के कारण सरकारी पद से वंचित रह जाते हैं, पंडरिया जनपद पंचायत के सभापति अश्वनी यदु ने अपनें क्षेत्र के यूवाओं को बेहतर सुविधा मिल सके इस हेतु सराहनीय पहल किया है पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के लिये मां भारती एकेडमी के नाम से फिजिकल एवम् रिटन की तैयारी हेतु ट्रेनिंग सेंटर डाल कर बेहतर सुविधा उपल्ब्ध करवाया है जो ग्रामीण क्षेत्र में अपनी तरह का पहला एकेडमी हैं जिसमें सारा प्रक्रिया मुफ्त है सिर्फ महीने के रिटन टेस्ट हेतु 20 रुपया हर माह लिया जाता है।
हर माह प्रत्येक अभियर्थी हेतु प्रश्न पत्र ओएमआर शीट की व्यवस्ता की जाती है, हर माह लिखित टेस्ट लिया जाता है व हर माह फिजिकल टेस्ट ली जाती है, सुबह 5:30 बजे क्लास लग जाती है जिसमें चौकी दामापुर के पुलिस जवान नंदलाल राठौर जी मुफ्त में सेवा देते हुवे युवाओं को प्रत्येक दिन पढ़ाई कराते हैं वहीं निंगापुर निवासी भानू चंद्रवंशी जी जो पूर्व में दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर चुके हैं उनके द्वारा भी रिटन की तैयारियां करवाई जा रही है फिजिकल की जिम्मेदारी पुलिस जवान ओम प्रकाश ध्रुवे जी के कंधों पर है ध्रुवे जी द्वारा प्रति दिन पूरे मेहनत के साथ फिजिकल टेस्ट की तैयारी करवाई जा रही है।
क्षेत्र के लगभग 30-40 गांव के 70 से 80 युवा एवम् युवतियां तैयारी कर रहे हैं, मां भारती एकेडमी के संचालक अश्वनी यदु ने कहा की प्रतिभावान युवा साथी सुविधाओं के अभाव में गुमनामी में खो जाते हैं प्रतीभा होते हुवे भी सुविधाओं के अभाव में रोज़ी मजदूरी करने के लिये मजूबर रहते हैं हमारे मां भारती एकेडमी में आने वाले कई छात्र सुबह मनरेगा में मजदूरी करके क्लास आते हैं दुःख होता है जब ऐसे युवाओं को जब पूछा जाता है लेट क्लास आने का कारण तो ओ बताते हैं की तालाब गहरीकरन में मनरेगा के तहत मजदूरी करने गया था, कई बच्चों के माता पिता मजदूर हैं तो कई युवा साथी सुबह अपनें खेत में काम करके क्लास आते हैं हमारी कोशिश है।
ऐसे युवाओं को बेहतर से बेहतर सुविधा दें ताकि इनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हों एवम् इनके भी सपनों पर पंथ लगे, वहीं आगे की क्या प्लानिंग है पूछने पर अश्वनी यदु ने कहा की हमारा कुंडा दामापुर मरका क्षेत्र अभी भी शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा है ख़ास कर प्रतियोगिता परीक्षा में सहभागी नहीं बन पाते पीएससी एमबीबीएस व्यापम जैसे प्रतियोगिता में भाग लेना तो दूर सोचते तक नहीं हमारी प्रयास है की हम जल्द ऐसी सुविधा उपलब्ध कराएं जिससे कुंडा दामापुर मरका क्षेत्र के युवा तहसीलदार एसडीएम अपर कलेक्टर डीएसपी एमबीबीएस डॉक्टर जैसे पद पर जाएं वहीं अश्वनी यदु ने जिला पुलिस कप्तान जी का हृदय से अभिनंदन करते हुवे कहा की पुलिस जवान जो मां भारती एकेडमी में मुफ्त में सेवा दे रहे हैं ओ पुलिस टिम का सबसे बड़ा सहयोग है।