Chhattisgarh

भाजपा ने बिना अनुमति कांग्रेसी महिला पार्षद को बनाया सभापति

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कवर्धा। कवर्धा शहर में भाजपा का गजब का राजनीति चल रही है। पहले नगर पालिका में खाली पड़ी अध्यक्ष की कुर्सी पर बिना बहुमत वाले अल्प बहुमत के बाद भी राज्य शासन ने भाजपा पार्षद को अध्यक्ष मनोनीत कर दिया। इसके बाद अब नगर पालिका में फोरम पूरा करने की बारी आई को कांग्रेसी पार्षदो को सहारा बनाकर सभा पति व सलाहकार बनाया जा रहा है। जिसका विरोध कांग्रेसियों ने जमकर की है।

वहीं पार्षद मोहित माहेश्वरी ने कहा कि नगर पालिका परिषद की राजनीति को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा पर जनादेश के खिलाफ तोड़फोड़ करने के आरोप लग रहे हैं। विधायक बनकर पहली बार आए विजय शर्मा ने कहा था कि वे यहां जनादेश का सम्मान करेंगे और जिसका बहुमत है उसी को अध्यक्ष बनने का मौका दिया जाएगा। लेकिन अब पालिका में कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी गई है।

एक आदिवासी महिला एवं कांग्रेस पार्षद को जबरदस्ती सभापति बनाया गया है। परिषद में भाजपा के पास कुछ छह पार्षद एक निर्दलीय और एक कांग्रेस का बागी पार्षद है। कांग्रेस के 18 पार्षद है। इसके बाद भी पालिका को जनादेश के खिलाफ चलाने की कोशिश हो रही है। शिकायत ये भी है कि कांग्रेसियों को पीआईसी में बिना सहमति सलाहकार सदस्य बना दिया गया है।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जब पहली बार विधायक बनने के बाद कवर्धा नगर पालिका आए तो उनसे पूछा गया था आपके यहां आने का ये मतलब तो नहीं कि परिषद में तोड़फोड़ होने वाली है। उन्होंने जवाब दिया था कि कवर्धा नगर पालिका में कांग्रेस का पूर्ण बहुमत कांग्रेस को है। कांग्रेस के लोग यहां अध्यक्ष के रूप में काम भी कर रहे हैं। जनादेश का सम्मान करना चाहिए। इसलिए मैं बिल्कुल नहीं सोचता की कहीं उठा-पटक हो। विजय शर्मा के बयान का वीडियो वायरल हो रहा है।
कांग्रेसी पार्षदो को पद

कांग्रेस ने उठाए सवाल में कहा कि कांग्रेस के छह पार्षदों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से लिखित में शिकायत की है कि उन्हें जबरदस्ती नवगठित नगर पालिका पीआईसी में सलाहकार सदस्य बनाया गया है। सभी कांग्रेस के निष्ठावान पार्षद हैं। बिना अनुमति एवं सहमति के हमें पीआईसी सलाहकार सदस्य बनाकर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे हमे घोर आघात पंहुचा है। इस शिकायत पत्र पर अरूणाधति चंद्रवंशी, महिला गुप्ता, संतोष यादव, उत्तम गोप, जानकी जायसवाल के हस्ताक्षर है। सभापति बनाए हैं, मुझे आपत्ति है।

कांग्रेस पार्षद सुशीला धुर्वे पार्षद को बिना अनुमति सहमति सभापति बनाया गया है। उन्होंने कहा है- सीएमओ मुझे सभापति बनाए हैं, मैं बीजेपी में नहीं रहना चाहती। मैं कांग्रेस पार्षद हूं। मुझे आपत्ति है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। साथ ही सीएमओ कार्यालय में जमकर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एनएसयूआई, युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और सीएमओ को जूतों की माला पहनने कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की गई।

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