भूपेश तो कहते थे शराब घोटाला नही हुआ अब आरोपी नकली होलोग्राम की बात स्वीकार कर चूके है : केदार कश्यप
रायपुर। छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि लोकसभा में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के सांसद संतोष पांडेय द्वारा महादेव एप का जिक्र किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बिफरना चोर की दाढ़ी में तिनका की कहावत की पुष्टि करने के लिए पर्याप्त है। कश्यप ने इस भाषण के लिए बघेल द्वारा भाजपा सांसद पांडेय के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की धमकी को निरा हास्यास्पद व बघेल के संसदीय प्रक्रिया के अल्पज्ञान का परिचायक बताया।
प्रदेश के वन मंत्री कश्यप ने कहा कि बघेल पाँच साल मुख्यमंत्री रहे हैं और फिर भी संसदीय प्रक्रिया को भूल रहे हैं, यह विडम्बना ही है। दरअसल, समूची कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र का संसदीय गरिमा और मर्यादा से दूर-दूर तक वास्ता नहीं रहा है, इसलिए बघेल अपने अल्पज्ञान का परिचय दे रहे हैं। कश्यप ने कहा कि बघेल को फिर भी इतना सामान्य ज्ञान तो होना ही चाहिए कि संसद के भीतर कहे गये किसी भाषण के लिये बाहर कारवाई नहीं हो सकती। अगर कहीं ऐसा संभव होता तो राहुल गांधी हमेशा जेल में ही रहते। भाजपा सांसद पांडेय ने संसद में किसी का नाम नहीं लिया है, और पूर्व मुख्यमंत्री तो कांग्रेस के भी और भी रहे हैं, लेकिन भूपेश बघेल द्वारा पांडेय के कथन को स्वयं पर लेना चोर की दाढ़ी में तिनका ही है। कश्यप ने कहा कि न केवल महादेव एप, बल्कि शराब समेत अन्य तमाम घोटाले में किंगपिन किसे कहा गया है, पॉलिटिकल मास्टर कौन है, यह किसी से छिपा थोड़े है! कोर्ट ने भी प्रथम दृष्टया मान लिया है कि तब के मुख्यमंत्री की उप सचिव दोषी हैं। गूगल पर केवल 508 करोड़ टाइप करते ही समझ जायेंगे कि कौन सरग़ना और प्रोटेक्शन मनी खाने वाला है?
प्रदेश के वन मंत्री कश्यप ने कहा कि शराब घोटाले में भी भूपेश बघेल कहते थे कि इसमें तानाशाही हो रही है, सरकार को बदनाम करने की कोशिश हो रही है। पर अब शराब घोटाले के जो आरोपी हैं और जो गिरफ्तार हुए हैं, उन्होंने बता दिया है कि हम नकली होलोग्राम बनाते थे। सौम्या चौरसिया, जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रही है, उसको आज तक जमानत नहीं मिली है। कश्यप ने कहा कि भूपेश बघेल ही इन घोटालेबाजों के संरक्षक हैं, महादेव एप घोटाला भी उनका, शराब घोटाला भी उनका और कोयला घोटाला भी उनका। कश्यप ने कहा कि घोटालेबाज जो हैं, उनके बारे में विषय उठाने बहुत जरूरी हैं, छत्तीसगढ़ की जनता के हित में है और बघेल अब जो यह प्रपंच रच रहे हैं, यह पाखंड बघेल का विधानसभा चुनाव में फेल हो गया और जनता ने भी भूपेश सरकार को खारिज कर दिया।