दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव व अन्य नक्सलियाें के आत्मसमर्पण का बस्तर आईजी ने किया स्वागत

जगदलपुर । बस्तर आईजी सुंदरराज ने बताया कि आज हैदराबाद में कुल 37 माओवादी कैडर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। इनमें तेलंगाना स्टेट कमेटी के 12 कैडर, दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी के 23 सदस्य और पीएलजीए बटालियन नंबर एक के 2 कैडर शामिल हैं। उन्हाेने आत्मसमर्पित दक्षिणबस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव व डीकेएसजेडसी कैडर सहित 25 नक्सलियाें एवं अन्य का स्वागत करते हुए कहा कि उनका यह सामूहिक निर्णय शांति और स्थायी स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह विकास शांति और बेहतर भविष्य की एक सच्ची इच्छा को दर्शाता है। यह न केवल क्षेत्र में स्थिरता को मजबूत करेगा, बल्कि माओवादी संगठन में फंसे अन्य लोगों को भी विकास, सम्मान और वैधानिक नागरिक जीवन की राह अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पट्टलिंगम ने कहा कि सरकार, बस्तर पुलिस और स्थानीय प्रशासन की ओर से हम हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वाले प्रत्येक कैडर के सुरक्षित और सुगम सामाजिक पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं। उन्हाेने बताया कि दक्षिण बस्तर डिवीजन के कैडरों जिनमें मुछाकी एर्रा, दंडकारण्य स्पेशल ज़ोनल कमेटी के सदस्य तथा दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव के द्वारा हिंसा त्यागकर आज 22 नवंबर को समाज के मुख्यधारा में शामिल हुए हैं, इस महत्वपूर्ण कदम का स्वागत करते हैं। सरकार ने विभिन्न मंचों पर लगातार यह स्पष्ट किया है कि जो भी कैडर हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में वापस लौटने का निर्णय लेते हैं, उन्हें पूर्ण सुरक्षा और अपने जीवन को नई आशा और विश्वास के साथ पुनर्निर्मित करने के अवसर और सहयोग प्रदान किए जाएंगे।
उल्लेखनिय है कि तेलंगाना डीजीपी शिवधर रेड्डी के समक्ष कुल 37 नक्सलियों ने आज शनिवार काे आत्मसमर्पण किया है। इस आत्मसमर्पण में कोय्यादा सम्बैया उर्फ आजाद, अप्पासी नारायण उर्फ रमेश और दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य मूचाकी सोमडा उर्फ एर्रा जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन तीनो सीसीएम सदस्यों पर तेलंगाना सरकार का 20-20 लाख का इनाम था। विदित हाे कि एर्रा को हिड़मा का सबसे भरोसेमंद साथियों में माना जाता था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 3 स्टेट कमेटी सदस्य, 3 डिवीजनल कमेटी सदस्य, 9 एरिया कमेटी मेंबर और 22 पार्टी कमेटी सदस्य शामिल हैं। आत्मसमर्पित नक्सलियाें ने अपने साथ एक एके-47, दो एसएलआर, चार 303 रायफल सहित अन्य हथियार लेकर पहुंचे हैं। आत्मसमर्पित नक्सली आजाद ने खुलकर कहा कि वे लंबे समय से मुख्यधारा में लौटना चाहते थे, और संगठन को इसकी संपूर्ण जानकारी देकर ही आए हैं।







