Chhattisgarh

ठेकेदार को बिलभुगतान के दो वर्ष बाद स्कूल भवन में हुए भ्रष्टाचार को छिपाने की कोशिश

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कांकेर। नरहरपुर ब्लॉक के अमोड़ा हाईस्कूल में लोक निर्माण विद्युत यांत्रिकी विभाग व ठेकेदार द्वारा मिलकर विद्युतीकरण कार्य में किये गये भ्रष्टाचार पर विभागीय जांच के अलावा उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने भी विभाग को जांच के आदेश दिए है किंतु विभाग के कुछ अधिकारी एसडीओ को बचाने एड़ी चोटी लगा जांच को प्रभावित करने में लगे हुए है।

बता दें कि अमोड़ा के नवनिर्मित हाईस्कूल भवन में ठेकेदार को व्यक्तिगत लाभ पहुचाने व कमीशन के चक्कर में ठेकेदार द्वारा किये गये गुणवत्ताहीन कार्य को बिना देखे व निरीक्षण किये लाखों का भुगतान कर दिया गया जिसको लेकर लगातार खबर प्रकाशित कर विभाग के उच्च अधिकारियों व विभाग के मंत्री तक का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया है जिसके बाद जांच टीम रायपुर से आई जिनके आने से पहले भी जांच को प्रभावित करने लीपापोती की गई थी और अब उप मुख्यमंत्री अरुण साव के आदेश के बाद भी जांच को प्रभावित करने लोपापोती की जा रही जिसमें पहले अमानक केबल लगा था उसे निकाल कर दूसरा केबल लगाया जा रहा है। ताकि जांच में आने वाले को सब ठीक लगे यदि यह कार्य अभी करवाया जा रहा है तो ठेकेदार को किस कार्य का भुगतान किया गया है और अगर ठेकेदार को भुगतना हुआ है तो फिर दोबारा स्कूल भवन में लीपापोती क्यों कराया जा रहा है।

शिक्षा के मंदिर में इतनी बड़ी लापरवाही होने के बाद भी उक्त अधिकारी व इस कार्य में शामिल दोषियों पर आज पर्यन्त तक कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई है जिससे माना जा रहा अनुविभागीय अधिकारी को इस तरह के कार्य करने विभाग द्वारा खुला छूट दिया गया है व अनुविभागीय अधिकारी द्वारा ठेकेदार को इस तरह के कार्य करने की छूट दिया गया है बहरहाल इस पूरे मामले को ठण्डे बस्ते में डालने की पूरी कोशिश अनुविभागीय अधिकारी द्वारा की जा रही है। दूसरी ओर सत्ता परिवर्तन होते ही भाजपा के मंत्री व नेता छत्तीसगढ़ में यह आश्वास देते फिर रहे है कि कोई भी भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी व ठेकेदार भ्रष्टाचार व लापरवाही कर बच नहीं सकता अब देखना यह है कि यह मामला जो कि स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़ा हुआ इस पर वर्तमान सरकार कितनी गंभीरता दिखाती है व दोषियों पर कार्यवाही करती है या नहीं?


हाईस्कूल भवन के विद्युतीकरण कार्य में अमानक उपकरणों का उपयोग

नवनिर्मित अमोड़ा हाईस्कूल भवन में विद्युतीकरण का कार्य हुआ है जिसमें स्वीच, साकेट, पैनल व केबल सभी कागजों में जो दर्शाये गये है वैसा कुछ भी उपकरण नहीं लगा है जो कि पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है इस संबंध में अनुविभागीय अधिकारी कांकेर व कार्यपालन अभियंता जगदलपुर को सूचना दी गई किन्तु उनके द्वारा इस कार्य में किये गये भ्रष्टाचार को करने ठेकेदार व दोषी पर कार्यवाही नहीं करना ऐसा प्रतीत होता है जैसे उन्होंने इस भ्रष्टाचार को मौन समर्थन दिया है।

जांच के पहले छोड़ा गया पैनल व केबल
इस भ्रष्टाचार के संबंध में जैसे ही पायनियर में समाचार प्रकाशित हुआ तो इसकी सूचना रायपुर के उच्च अधिकारियों को प्राप्त हुई जिसके बाद रायपुर से कार्यपालन अभियंता द्वारा जांच करने की बात सामने आई जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी द्वा‍रा इस कार्य में हुए भ्रष्टाचार में लीपा-पोती करने पैनल व केबल स्कूल भवन में लगाया व स्कूल से यह भी जानकारी मिली है कि खुद अनुविभागीय अधिकारी विभाग में कार्यरत कर्मचारियों से लीपा-पोती करवाया गया है।

भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाले अधिकरी पर गिरेगी गाज-मंडावी
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग विद्युत यांत्रिकी के मुख्य अभियंता ने कहा कि अमोड़ा हाईस्कूल में हुए भ्रष्टाचार व लापरवाही की विभागीय जांच हो गई है साथ ही उप मुख्यमंत्री जी ने भी पायनियर द्वारा इस मुद्दे को उठाने के बाद जांच के आदेश दिए है जल्द ही इस पर दोषियों पर उचित कार्यवाही होगी।

मैं इस पर कुछ नहीं बोलूंगा- टेम्बुने
इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की जानकारी के बाद भी अपने विभाग के अनुविभागीय अधिकारी को बचाने की भरपूर कोशिश करने वाले लोनिवि यांत्रिकी जगदलपुर के कार्यपालन अभियंता श्री टेम्बुने द्वारा चुप्पी साधते हुए इस पर मैं कुछ भी नहीं कह सकता कहकर पल्ला झाड़ लिया जबकि जिम्मेदार अधिकारी के नाते इस पूरे भ्रष्टाचार की जांच कर कार्यवाही हेतु विभाग को जवाब तलब करना इनकी जिम्मेदारी है।

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