रायपुर । राजधानी के जूक क्लब बार में शोएब ढेबर ने एक युवक के साथ मारपीट की है। क्लब की पार्किंग में गाड़ी रिवर्स करने के दौरान विवाद हुआ। पीड़ित के FIR दर्ज कराने के बाद तेलीबांधा पुलिस ने आरोपी शोएब ढेबर को गिरफ्तार कर लिया है। शोएब शराब घोटाले के आरोपी अनवर ढेबर का बेटा है।
पुलिस के मुताबिक, बुधवार की रात करीब 11 बजे शोएब अपने दोस्तों के साथ जूक क्लब बार गया था। इस दौरान पार्किंग में गाड़ी रिवर्स करने के दौरान मोमिन खान के साथ उसका विवाद हो गया। जिसके बाद शोएब और उसके दोस्तों ने उसकी पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि, शोएब ने भी मोमिम के गाल पर 4-5 तमाचे जड़ दिए।
इस विवाद के बाद आसपास मौजूद लोगों ने झगड़े को शांत कराया। फिर पीड़ित मोमिन ने तेलीबांधा थाने पहुंचकर मामले में शिकायत की। पुलिस ने जांच के बाद शोएब ढेबर और अन्य के खिलाफ मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है।
इस घटना की सूचना मिलते ही शोएब के वकील भी थाने पहुंच गए। शोएब को मारपीट के मामले में थाने से ही मुचलका पर छोड़ दिया गया। लेकिन प्रतिबंधात्मक धाराओं में पुलिस ने उसे रातभर थाने में बैठाए रखा। पुलिस गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश करेगी।
इससे पहले, इमरान मेघजी ने दूसरी FIR सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी। इसमें अनवर ढेबर के साथ ही उसके बेटे शोएब ढेबर, जुनैद ढेबर और एक अन्य को आरोपी बनाया गया है। इमरान ने बताया कि, वह ढेबर के प्रोजेक्ट में सुपरवाइजर के तौर पर काम करता था। जब वह काम छोड़कर चला गया तो उसे डरा-धमकाकर बुलाया गया।
चारों आरोपियों ने उससे मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इमरान ने यह भी आरोप लगाया है कि, धमकी देकर उससे किसी लड़की की साइबर स्टॉकिंग कराई गई। आरोप है कि, लड़की के मोबाइल से जानकारी निकलवाने के लिए छेड़छाड़ की गई।
दरअसल प्रार्थी की रिपोर्ट पर आरोपियान के विरूद्ध धारा सदर का एफआईआर पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण में जमानत मुचलका पर छुटने के बाद पुनः घटना स्थल जाकर कौन-कौन मेरे विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराया है कहकर गाली गलौज विवाद करने लगा, जिसकी सूचना थाने में मिलने पर अनावेदक को समझाने का प्रयास किया गया। किन्तु अनावेदक पुलिस की बात नही मानकर हो हल्ला करने लगा। और पुलिस के समक्ष गवाहों को धमकाते हुए वाद- विवाद करने लगा, जिससे अप्रिय घटना घटित होने की भावना को देखते हुए अनावेदक के विरुद्ध पुलिस द्वारा धारा 170, 125 135 (1) बीएनएसएस की कार्यवाही करते हुए एस.डी.एम. न्याया में पेश किया गया। एस.डी.एम न्यायालय में पेश करने पर अनावेदक शोएब देबर पिता अनवर डेबर जेल निरुद्ध करने आदेश प्राप्त होने पर जेल निरुद्ध किया गया है।