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उदयनिधि स्टालिन का एक और विवादित बयान, कहा – मस्जिद तोड़कर बने मंदिर का समर्थन नहीं

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चेन्नई। अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर पूरे देश में उत्साह है। इसी बीच तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने मीडिया में विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, हम किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते।

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, जैसा कि हमारे नेता ने कहा था कि धर्म और राजनीति को न मिलाएं। हम किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम उस स्थान पर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते हैं जहां एक मस्जिद को ध्वस्त किया गया।

उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और युवा मामलों के मंत्री हैं. उदयनिधि स्टालिन ने पहले सनातन धर्म को लेकर भी विवादित बयान दिया था. दो सितंबर को उन्होंने एक समारोह के दौरान सनातन धर्म को डेंगू, मलेरिया, कोरोना जैसी महामारियों से जोड़ा था. उदयनिधि स्टालिन के इसी विवादास्पद बयान के खिलाफ बीजेपी नेताओं ने भी तीखा हमला बोला था. यहां तक कि मामला कोर्ट में भी जा चुका है.

उदयनिधि स्टालिन ने कहा था डेंगू, मलेरिया, कोरोना से मुकाबला नहीं बल्कि इनको खत्म करना होता है. उनके इस बयान परपटना कोर्ट ने समन भी जारी किया है, और 13 फरवरी को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा गया है.

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