मेरे शिकायत पर शुरू हुई कार्यवाही पर मेरे घर पर ही छापा मारकर मेरी छवि खराब करने का किया गया प्रयास – मनीष कुंजाम

सुकमा। जिले में तेंदूपत्ता बोनस के लगभग 7 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में गुरूवार को पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के दोनों घरों एवं उनके रिश्तेदार और अन्य 5 तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घरों में छापेमारी किया गया। वहीं एंटी करप्शन ब्यूरो(एसीबी) और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम आज लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी छापेमारी कर रही है।
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के घर पर छापेमारी के बाद शुक्रवार को मनीष कुंजाम ने पत्रकारों से की चर्चा करते हुए कहा कि मैने स्वयं ही इस भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करते हुए इसकी लिखत शिकायत 8 जनवरी 2025 को बीजापुर कलेक्टर को किया था, जिसके बाद पूरी कार्यवाही शुरू हुई लेकिन एंटी करप्शन ब्यूरो(एसीबी)और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने मेरे घर पर ही छापा मारा, छापे में कुछ भी नहीं मिला। मनीष कुंजाम ने कहा कि मेरी छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, वहीं असली गुनाहगार को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मेंरे घर पर इस छापे की असली वजह दबाव और द्वेष की भावना है। उन्होने कहा कि जिला पंचायत और जनपद पंचायत चुनाव के बाद मुझे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का दबाव बनाया था। लेकिन हमने उनकी बात नहीं मानी, साथ ही नक्सली खत्म हो रहे है अब माइनिंग का खनन होगा, जिसका हम लोग विरोध करते है। जिसके कारण दुर्भावनापूर्वक मेरी छवि को खराब करने के लिए सोची-समझी कार्यवाही है।
