झीरम हमले के बाद कांग्रेस के लोग अपने ही नेताओं पर संदेह कर रहे : भाजपा

रायपुर। झीरम घाटी के लगभग 12 वर्ष पूर्व नक्सली हमले, जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की एक पूरा पीढ़ी शहीद हुई थी, के परिप्रेक्ष्य में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के कथन को सत्य बताते हुए कहा है कि भाजपा पूरी तरह अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा के कथन के पक्ष में खड़ी है। प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने मंगलवार को यहाँ एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि झीरम हमले के बाद कांग्रेस के लोग अपने ही नेताओं पर संदेह कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस और नक्सलियों के दोस्ताना रिश्तों को लेकर भाजपा का एकदम साफ रुख रहा है। जब झीरम घाटी मामले की जाँच के बाद जस्टिस प्रशांत मिश्रा के नेतृत्व वाले न्यायिक जाँच आयोग ने अपनी रिपोर्ट सौंपी तब कांग्रेस की पिछली भूपेश सरकार ने विधानसभा के पटल पर वह रिपोर्ट नहीं रखी और बाद में अपनी ओर से इस मामले में एक जाँच कमेटी बना दी। डॉ. मिश्रा ने जानना चाहा कि ऐसा करके भूपेश सरकार किसे बचाने का प्रयास कर रही थी? यदि न्यायिक जाँच आयोग की रिपोर्ट में सब ठीक था और कांग्रेस झीरम काण्ड के आरोपी नक्सलियों पर कार्रवाई चाहती थी तो रिपोर्ट विधानसभा में क्यों नहीं रखी गई? डॉ. मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भी कटाक्ष किया कि वे सबूत जेब में लेकर चलने की बातें भर करते रहे, लेकिन वे सबूत आज तक जेब से बाहर नहीं निकले। झीरम घाटी काण्ड के तुरंत बाद कांग्रेस नेता चरणदास महंत को कवासी लखमा से यह कहते सुना गया था कि तुम उसे वहाँ लेकर क्यों गए थे? महंत-लखमा की चर्चा से जुड़े एक वायरल हुए वीडियो के बाद कांग्रेस के लोग ही कह रहे हैं कि मामले में कहीं-न-कहीं कोई गड़बड़ है।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि भाजपा की सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ हर जरूरी कदम उठाए। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल व झीरम हमले में शहीद कांग्रेस नेता महेन्द्र कर्मा के जीवन काल में सलवा जुडूम अभियान चलाकर नक्सल-समास्या के समाधान की दिशा में सार्थक प्रयास किए गए और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कुशल रणनीतिक मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई चल रही है और बस्तर में नक्सलवाद खात्मे की ओर है। कांग्रेस ने यह काम कभी नहीं किया। डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में नक्सलियों का सफाया करके भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के शहीद कांग्रेस नेताओं का सम्मान कर रही है। कांग्रेस ने न तो अपने शहीद नेताओं का सम्मान किया और न ही शहीद नेताओं के परिजनों को इंसाफ दिलाया।







