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बसव राजू मारे जाने के बाद बाकी बचे 25 में से 15 शीर्ष नक्सली सुरक्षाबलों के निशाने पर

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जगदलपुर। छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित प्रदेशों में भी लगातार कमजोर होते नक्सल संगठन के इस दौरा में 21 मई को अबूझमाड़ में संगठन का महासचिव और नक्सली संगठन का शीर्षस्थ नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजू मारा गया। वर्तमान में लगातार जारी मुठभेड़ में नक्सली संगठन के कई बड़े नेता सहित दूसरी पंक्ति के नक्सली कैडर मारे जा रहे हैं, वहीं नक्सलियों के आत्मसमर्पण एवं गिरफ्तारी से पूरा नक्सली संगठन तहस-नहस हो गया है । सुरक्षाबलों के अनुसार बस्तर संभाग में अब केवल 300 सशस्त्र नक्सली कैडर ही बचे हैं, जिनमें शीर्ष नक्सली कैडर की संख्या लगभग 25 है । नक्सली संगठन का शीर्षस्थ नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजू मारे जाने के बाद अब सुरक्षाबलों ने करोड़ो के इनामी 15 शीर्ष नक्सलियों में पोलित ब्यूरो व सेंट्रल कमेटी सदस्यों सुरक्षाबलों के निशाने पर हैं । सुरक्षाबलों का दावा है कि उक्त 15 शीर्ष नक्सलियों में से 9 नक्सली बस्तर के जंगलों में छिपे हुए हैं। प्रदेश में 30 मार्च 2026 तक नक्सलियों के समूल सफाये को लेकर नक्सल विरोधी अभियान लगातार जारी है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. का कहना है कि नक्सली संगठन आज पूर्णत: विघटन की कगार पर है, जहां कोई नेतृत्व नही बचा है, और न ही नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजू के मारे जाने बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं अब बेमानी हैं, उनकी मौत के साथ ही यह आंदोलन अपनी वैचारिक और संचालन क्षमता भी खो चुका है । यह माना जा सकता है कि नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजु ही इस अवैध नक्सली संगठन का अंतिम महासचिव था । सुरक्षाबलों का लक्ष्य अब शीर्ष नक्सलियों को निशाना बनाना है । उन्होने कहा कि नक्सल मुक्त बस्तर मिशन अब केवल एक सपना नहीं, बल्कि तेजी से साकार होती हुई हकीकत है। एक समय आतंक और हिंसा का प्रतीक रहा नक्सल आंदोलन अब अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है, जबकि शांति और विकास की नई सुबह बस्तर में दस्तक दे चुकी है। अब नक्सली कैडरों के पास एक मात्र सम्मानजनक विकल्प यह है कि वे आत्मसमर्पण करें, हिंसा का रास्ता छोड़ें और समाज की मुख्यधारा में लौटें। सरकार लगातार पुनर्वास और शांतिपूर्ण जीवन की पेशकश कर रही है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिया जाएगा। परंतु यदि कुछ तत्व अब भी इस अवसर को नजर अंदाज करते हैं, तो उनका अंत निकट और निश्चित है।
सुरक्षाबलों के निशाने पर 15 शीर्ष नक्सलियों में –
1. मुपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति उर्फ, उम्र 74 वर्ष, निवासी: वीरपुर, जिला-करीमनगर, तेलंगाना, शिक्षा: बीएससी, बीईडी, पद: सलाहकार सेंट्रल कमेटी, एके-47 हथियार धारित, इनामी 1 करोड़ 2. मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ भूपति उर्फ अभय, उम्र 69 वर्ष, निवासी: पेद्दापल्ली, करीमनगर, तेलंगाना- शिक्षा: बी. काम, पद: सचिव सीआरबी (सेंट्रल रिजनल ब्यूरो), प्रवक्ता भाकपा माओवादी, इनामी 1 करोड़, 3. थिप्परी तिरुपति उर्फ देवजी, उम्र 61 वर्ष, निवासी: आंबेडकर नगर, कोरूतुला, जिला-करीमनगर, तेलंगाना, शिक्षा: हायर सेकंडरी, पद: प्रभारी सेंट्रल मिलिट्री कमेटी, सीआरबी सदस्य, इनामी 1 करोड़, 4. मिशिर बेसरा उर्फ भास्कर, उम्र 62 निवासी: सनथल मधुनदी, थाना किर्तन, जिला गिरडीह, झारखंड, शिक्षा स्नातकोत्तर, पद: प्रभारी ईआरबी (इस्टर्न रिजनल ब्यूरो) मिलिट्री, प्रभारी ईआरबी सेंट्रल कमेटी सदस्य, इनामी 1 करोड़, 5. कादरी सत्यनारायण रेडडी उर्फ कोसा उम्र 66 वर्ष, निवासी: गोपालरावपल्ली, मंडल सिरसिला, जिला करीमनगर, तेलंगाना, पत्नी-डीवीसीएम राधक्का-माड़ डिवीजन जनताना सरकार प्रभारी, शिक्षा: हायर सेकंडरी, पद: सीआरबी सदस्य प्रभारी व सचिव डीकेएसजेडसी सचिवालय जोन, 6. पुल्लरी प्रसाद राव उर्फ चंद्रन्ना उम्र 63 वर्ष, निवासी: वेडकापूर, मंडल-पेद्दापल्ली, जिला-करीमनगर, तेलंगाना, पद: सचिव तेलंगाना स्टेट कमेटी व सीआरबी सदस्य, 7. मोडेम बालाकृष्णा उर्फ बालन्ना, उम्र 60 वर्ष, जाति-गोंड निवासी: मदीकोंडा, मंडल धानपुर, जिला वारंगल, तेलंगाना, शिक्षा: हायर सेकंडरी, पद: प्रभारी ओएससी (ओडिशा स्टेट कमेटी) , सीआरबी सदस्य, 8. गणेश उईके उर्फ राजेश तिवारी उर्फ चमरू दादा, उम्र 63 वर्ष, निवासी- पुल्लेमला, मंडल-चंदूर जिला-नालगोंडा, पद: सचिव ओडिशा स्टेट कमेटी, 9. अनल दा उर्फ तूफान दा, उम्र 56 वर्ष, निवासी: झारावाली, थाना डुमरी, जिला गिरिडीह झारखंड, शिक्षा: एमएससी, पद: सचिव बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी (सारंडा जंगल झारखंड क्षेत्र में सक्रिय), 10. गजराला रवि उर्फ उदय, उम्र 58 वर्ष, निवासी: वेलीशाला थाना, जिला वारंगल, तेलंगाना, शिक्षा: हायर सेकंडरी, आइटीआई, पद: सचिव एओबीएसजेडसी (आंध्रा-ओडिशा बार्डर स्पेशल जोनल कमेटी), सीएमसी सदस्य, 11. सब्यसाची गोस्वामी उर्फ अजय दा, उम्र 42 वर्ष, निवासी: एचबी सोदपुर टाउन, रोड नंबर-6, स्नेहलता अपार्टमेंट, पीएस घोला, उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल, सचिव डब्लूबीएसएसी-1 (पश्चिम बंगाल एरिया स्पेशनल कमेटी) असम, 12. कटटा रामचंद्र रेडडी उर्फ गुड़सा उसेंडी, उम्र 62 वर्ष, निवासी: तिगालागुट्टा पल्ली, मंडल कोहेडा, जिला: करीमनगर तेलंगाना, कार्यक्षेत्र अबूझमाड़ छत्तीसगढ़ पद: सचिव डीकेएसजेडसी, प्रभारी एसएमसी, प्रभारी उत्तर सब जोनल ब्यूरो, प्रवक्ता डीकेएसजेडसी, 13. सुजाता उर्फ कल्पना, उम्र 60 वर्ष, पति किशनजी (मृत), निवासी: पेंचीकालपेट, मंडल गत्तु जिला-महबुबनगर, तेलंगाना, पद: सचिव दक्षिण ब्यूरो डीएकेएमएस, 14. नरसिम्हा चालम उर्फ सुधाकर, उम्र 66 वर्ष, निवासी: प्रागदावरम, मंडल-चिंतलपुडी, जिला पश्चिम गोदावरी आंध्रप्रदेश, प्रभारी सीआरबी, 15. माडवी हिड़मा उर्फ हिडमन्ना, उम्र 45 वर्ष, निवासी: पुवर्ती, थाना-जगरगुंडा, जिला- सुकमा, छत्तीसगढ़, पद: दक्षिण सबजोनल ब्यूरो सैनिक व सांगठनिक कार्य।
नक्सली संगठन में नेतृत्व का संकट
नक्सली संगठन का शीर्षस्थ नेता नंबाला केशव राव उर्फ बसव राजू मारे जाने के बाद संभावित उत्तराधिकारियों की तलाश तेज कर दी है, इस दौड़ में उक्त 15 कुख्यात नक्सली शामिल हैं । वहीं पिछले कुछ समय से नक्सल संगठन में काफी अंतर्कलह की खबरें हैं । ऐसे में संगठन के महासचिव पद पर आम सहमति कायम करना बड़ी चुनौती है। वर्तमान में जो केंद्रीय नेतृत्व है उनकी औसत उम्र भी 62 वर्ष बताई जाती है। आलम यह है कि बारह सदस्यों वाली नक्सलियों की शीर्ष संस्था पोलित ब्यूरो में पांच सदस्य बचे थे, लेकिन बसव राजू की मौत के बाद अब यह संख्या घटकर चार रह गई है। इसी तरह 24 सदस्यीय केंद्रीय कमेटी में अब मात्र 11 सदस्य ही बचे हैं। नक्सली संगठन में नेतृत्व का संकट विगत 5 वर्षों से देखा जा रहा है, जब नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सचिव तेलंगाना के वारंगल निवासी 2.40 करोड़ का ईनामी रमन्ना उर्फ रावलु श्रीनिवास की मौत बस्तर में ही हार्ट अटैक से मौत होने के बाद यह कलह खुलकर सामने आ गई थी । इस पद पर नई नियुक्ति की घोषणा लंबे समय तक नहीं की गई थी, बाद में गुडसा उसेंडी को प्रभारी सेंट्रल कमेटी का सचिव बना दिया गया।

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