दवाओं का रिकॉर्ड नहीं रखने वाली 25 दुकानों पर कार्रवाई, एक का लाइसेंस रद्द

रायपुर। राज्य में नशीली दवाओं की अवैध खरीद-बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई तेज़ हो गई है। बीते दो महीनों से मेडिकल स्टोर्स की व्यापक जांच अभियान चलाया गया, जिसमें दवा खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड न रखने वाली 25 दुकानों के खिलाफ सख्त कदम उठाए गए हैं।
इस दौरान जशपुर जिले के कांसाबेल स्थित दिनेश मेडिकल स्टोर्स की गंभीर लापरवाही के चलते उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया। वहीं रायपुर जिले की सात दुकानों सहित अन्य जिलों दुर्ग, सरगुजा, राजनांदगांव, महासमुंद, मुंगेली, सूरजपुर, गरियाबंद, धमतरी, बिलासपुर और जांजगीर-चांपा में कुल 24 दुकानों पर अलग-अलग अवधि के लिए लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में हाल ही में हुई संयुक्त बैठक के बाद यह विशेष मुहिम तेज़ की गई। इस अभियान के तहत दुकानों को सीसीटीवी लगाने और दवा लेन-देन का सटीक रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए गए थे।
पिछले दो महीनों में 2920 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई।
3610 दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
रिकॉर्ड न रखने और लापरवाही के चलते 25 दुकानों पर कार्रवाई।
रायपुर जिले की निलंबित दुकानें
छाया मेडिकल (ग्राम भैंसा, आरंग)
सरिता मेडिकल स्टोर्स (तिल्दा)
लक्ष्मी मेडिकल हॉल (खरोरा)
मां भवानी मेडिकल स्टोर्स (गोंदवारा)
कृष्णा मेडिकल (कटोरा तालाब)
सत्कार मेडिकल (स्टेशन रोड)
प्राइम फार्मेसी (जनता कॉलोनी, गुढ़ियारी)
ब्लड सेंटर होंगे ऑनलाइन
केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य के सभी 144 ब्लड सेंटर्स को ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर किया जा रहा है। भविष्य में ब्लड सेंटर्स से जुड़ी सभी प्रक्रियाएं केवल ऑनलाइन माध्यम से ही होंगी। इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं और पंजीकरण प्रक्रिया जारी है।
