अबूझमाड़ को खेलों व चैंपियनों की भूमि के रूप में परिभाषित करना है – कश्यप
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नारायणपुर। बस्तर सांसद महेश कश्यप ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ महोत्सव के तहत दो मार्च को हाईस्कूल ग्राउंड, नारायणपुर में अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन के आयोजन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार और सुरक्षा बलों के निरंतर प्रयासों से नारायणपुर में शांति लौट रही है, विकास कार्य दिखने लगे हैं। साथ ही खेल गतिविधियों को भी पहचान मिल रही है। उन्होने कहा कि अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और शांति का संदेश देने का भी माध्यम है। जिसका उद्देश्य अबूझमाड़ को उसके पिछले संघर्षों के ज़रिए नहीं बल्कि खेलों और चैंपियनों की भूमि के रूप में परिभाषित करना है।
बस्तर सांसद ने कहा कि इस आदिवासी बहुल जिले के युवाओं में खेल प्रतिभा की अपार संभावनाएं हैं, लेकिन नक्सली खतरे के कारण उन्हें अवसर नहीं मिल पाते। छत्तीसगढ़ सरकार और जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र को मुख्यधारा से जोडऩे और स्थानीय युवाओं की क्षमता को निखारने के लिए कई पहल की हैं और अभी भी कर रहे हैं। हाल ही में बस्तर ओलंपिक में अबूझमाड़ के खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन किया था। इसी लय को आगे बढ़ाते हुए हाफ मैराथन युवा प्रतिभाओं को नया मंच देने जा रही है। कभी हिंसा और संघर्ष के लिए जाना जाने वाला अबूझमाड़ अब धावकों के कदमों से गूंजेगा। इस आयोजन हेतु मै मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित उनके मंत्रिमंडल ,जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। साथ ही इस आयोजन में शामिल हो रहे सभी खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं ज्ञापित करता हूं। साथ ही इस आयोजन में शामिल हो रहे सभी खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
उन्होने बताया कि नक्सलवाद से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों के तहत छत्तीसगढ़ शासन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, नारायणपुर प्रशासन और जिला पुलिस संयुक्त रूप से 2 मार्च को अबूझमाड़ शांति हाफ मैराथन का आयोजन कर रहे हैं। 21 किलोमीटर की मैराथन दौड़ का मार्ग नारायणपुर हाई स्कूल ग्राउंड से शुरू होकर ओरछा ब्लॉक के बासिंग गांव में समाप्त होगा। प्रतिभागी घने जंगलों और पहाड़ी रास्तों से होकर दौड़ेंगे, जिससे मैराथन न केवल शारीरिक सहनशक्ति की परीक्षा होगी, बल्कि प्रकृति की चुनौतियों और सुंदरता का अनुभव करने का अवसर भी मिलेगा। अब तक 8,000 से ज़्यादा धावक ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय युवाओं, सुरक्षा बलों और आम जनता में इस आयोजन को लेकर उत्साह सा$फ देखा जा सकता है। इस प्रतिष्ठित मैराथन में राज्य, देश और विदेश के लगभग 15-16 हजार धावक हिस्सा लेंगे। इस मैराथन में विजेताओं को कुल 15 लाख 84 हजार रुपये से अधिक की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। विभिन्न श्रेणियों में आयोजित होने वाली हाफ मैराथन के विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
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