शासकीय राजीव लोचन महाविद्यालय राजिम में तीन दिवसीय सतत विकास के लिए पर्यावरण प्रबंधन विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार हुआ प्रारंभ

राजिम। शासकीय राजीवलोचन स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजिम में आज तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ” सतत विकास के लिए पर्यावरण प्रबंधन” विषय पर पीएम उषा के तत्वाधान में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला, कुलपति पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर ,विशेष अतिथि डॉक्टर एम . एल. नायक SOS जीवन विज्ञान,पूर्व डायरेक्टर जनरल सीसीओएसटी रहे ।कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था प्रमुख डॉ सविता मिश्रा ने की। विशेष अतिथि सुश्री छाया राही रही ।सरस्वती वंदना एवं राजकीय गीत का गायन कुमारी हर्षिता यदु एवं देवनंदनी द्वारा किया गया ।

कार्यक्रम की संयोजक डॉक्टर समीक्षा चंद्राकर ने सेमिनार के उद्देश्यों एवं रुपरेखा पर प्रकाश डाला तथा पर्यावरण को संरक्षित करने को व्यावहारिक रूप से आवश्यक बताया।इस सेमिनार में 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया है, जिसमें गुजरात, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से प्रतिभागी ऑफ लाइन एवं ऑनलाइन माध्यम से जुड़े हुए हैं । तत्पश्चात संस्था प्रमुख डॉ सविता मिश्रा द्वारा अतिथियो का स्वागत करते हुए अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रतिवेदन का वाचन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ मेंपीएम उषा के लिए 13 महाविद्यालयों का चयन हुआ था जिनमें एक हमारा महाविद्यालय है। स्वीकृत राशि से पांच वर्षों तक अधो संरचना एवं विविध कार्यक्रम किए जाएंगे । अध्यक्ष महोदया ने संस्था की वर्तमान स्थिति, संकाय की जानकारी, अधोसरंचना, समझौता ज्ञापन, महाविद्यालय की विद्यार्थियों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। साथ ही महाविद्यालय में शोध केंद्र की अद्यतन स्थिति को रखते हुए अपना आभार प्रदर्शित किया।

कार्यक्रम की विशेष अतिथि जन भागीदारी अध्यक्ष सुश्री छाया राही ने सेमिनार के संबंध में अपनी शुभकामनाएं दी।मुख्य वक्ता के रूप में पधारे प्रोफेसर एम एल नायक ने उदबोधन में कहा कि पर्यावरण प्रदूषण आज की ज्वलंत समस्या है ।पृथ्वी पर मनुष्य प्रदूषण फैलाकर अपने विनाश की और अग्रसर हो रहा है। ऐसे समय में जागरूकता के लिए सेमिनार आवश्यक है। सेमिनार के मुख्य अतिथि डॉक्टर सच्चिदानंद शुक्ला कुलपति पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में इंटरफेस प्लेटफार्म, वर्तमान परिदृश्य में एनवायर्नमेंटल गवर्नेंस की बात कही। अपने वक्तव्य में डॉक्टर शुक्ला ने नैतिक शिक्षा ,शोध केंद्र, शिक्षा, नवाचार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर बात की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हर व्यक्ति को अपने आपको समय के साथ अपडेट कर चलना पड़ेगा।साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में क पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी महाविद्यालय को सहयोग देने के लिए तैयार है। इसके पश्चात सोविनियर का विमोचन किया गया। तत्पश्चात अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।

सेमिनार में डाक्टर एम एल नायक द्वारा “इकोसिस्टम सर्विस और छत्तीसगढ़ की बायोडायवर्सिटी” विषय पर एक्सपर्ट टॉक दी गई। प्रथम सत्र में डॉ तरुण कुमार ठाकुर कार्बन क्रेडिट और कार्बन फुट प्रिंट विषय पर अपने विचार रखे ।प्रेजेंटेशन में शोधार्थियों ने अपने विचार रखें। सेमिनार का संयोजन डॉ समीक्षा चंद्राकर के द्वारा किया गया ।मंच संचालन डॉ सर्वेश कौशिक पटेल ने किया। इस सेमिनार में pm उषा प्रभारी डॉ देवेंद्र देवांगन ने अपना सहयोग दिया।
कार्यक्रम का आभार वरिष्ठ प्राध्यापक श्री मोहनलाल वर्मा जी द्वारा किया गया। सेमिनार में महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न महाविद्यालय से आए हुए प्रतिभागी उपस्थित थे,जिसमें प्रमुख रूप से विद्यार्थी शोधार्थी भी उपस्थित रहे।







