गांजा तस्करी में सस्पेंड था सिपाही, स्वतंत्रता दिवस पर किया गया सम्मानित
देश में 78 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया. इसी बीच कर्नाटक के मैसूर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. मैसूर में अपनी ड्यूटी के लिए अच्छा काम करने वाले 126 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया. चुने गए सभी पुलिसकर्मियों को 2023 के लिए मुख्यमंत्री पद दिए गए. इनमें से एक ऐसे कॉन्सटेबल को भी सम्मानित किया गया, जो कि निलंबित किए जा चुके हैं. मैसूर सीसीबी यूनिट के मुख्य कांस्टेबल सलीम पाशा को भी सीएम पदक से सम्मानित किया गया है.
जब निलंबित सिपाही को मेडल दे दिया गया, उसके बाद से ही ये चर्चा का विषय बन गया है. सिपाही सलीम पाशा पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिसके कारण उन्हें पुलिस सेवा में निलंबित कर दिया गया, लेकिन इस निलंबन के बाद भी सिपाही को पदक से नवाजा गया. सीएम पदक से नावजे जाने के बाद सभी हैरान हैं कि निलंबन के बाद भी उन्हें सम्मानित किया गया है.
आरोप था कि वह मेटागल्ली और विजयनगर थाने में हुई चोरी और गांजा के मामले में आरोपियों के रिश्तेदारों के संपर्क में था. साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल्स जुटाने के दौरान आरोप प्रमाणित भी हो गया। आरोप साबित होने के बाद पिछले महीने ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था. अब इसे 2024 में निलंबित कर दिया गया है और 2023 में कर्तव्य पालन के लिए पदक दिया गया है. इसके जरिए सीएम मेडल की घोषणा पर बहस छिड़ गई है.