स्वास्थ्य और शिक्षा के लिहाज से उम्मीद जगाने वाला बजट
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रायपुर। चिकित्सा एवं शिक्षा क्षेत्र से जुड़े डॉ. संजय शुक्ला ने नवीन केंद्रीय बजट को मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए मरहम बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट महंगाई, बेरोजगारी, बीमारी और महंगी शिक्षा के बोझ से परेशान मध्यमवर्ग को थोड़ा राहत दिलाएगा। इस बजट में 12 लाख रुपए तक के आय पर छूट तथा किसानों को “केसीसी” में लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने संबंधी घोषणाएं सीधे तौर पर मिडिल क्लास परिवारों के जेब को राहत पहुंचाने वाला है। यह बजट युवाओं और छात्रों के लिए भी स्वागत योग्य है वहीं स्वास्थ्य और शिक्षा के लिहाज से उम्मीद जगाने वाला बजट है। छात्रों को नवाचार और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में 50 हजार स्कूलों में ‘ अटल टिकरिंग लैब ‘ की स्थापना तथा ग्रामीण स्कूलों में ब्रॉड बेंड सुविधा मुहैया कराने जैसी घोषणाएं डिजिटल शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण कदम है।
युवाओं को बेहतर रोजगार उपलब्ध कराने और उनके कौशल उन्नयन के लिए 5 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्किलिंग के स्थापना की घोषणा की गई है यह आज के नौकरियों के लिए काफी आशाजनक है। कैंसर पीडि़तों एवं अन्य गंभीर रोगियों को राहत पहुंचाने के लिए 36 जीवन रक्षक और कैंसर की दवाओं की कीमत कम करने जैसी घोषणाओं से इन रोगों का उपचार किफायती होगा। कैंसर के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 200 जिला अस्पतालों में कैंसर – डे सेंटर की स्थापना से इस रोग से पीडि़त ग्रामीण मरीजों को राहत मिलेगा।