नक्सल प्रभावित कोड़नार में नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप खोला गया

नारायणपुर। जिले केअबूझमाड़ को शांत, उन्नत और नक्सलमुक्त बनाने की दिशा में नारायणपुर पुलिस ने एक और अहम कदम बढ़ाते हुए नक्सलियों की अघोषित राजधानी माने जाने वाले कुतुल क्षेत्र के भीतर ग्राम कोड़नार में नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैंप की स्थापना की गई है। यह कैंप “माड़ बचाओ अभियान” के तहत थाना कोहकामेटा क्षेत्र में खोला गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस, डीआरजी और आईटीबीपी की 53वीं, 41 वीं, 29वीं व 45वीं वाहिनियों के संयुक्त प्रयास से यह कैंप आज 21 दिसंबर को विधिवत स्थापित किया गया। कैंप का उद्देश्य नक्सल विरोधी अभियानों को मजबूती देने के साथ-साथ कोहकामेटा-कच्चापाल-कुतुल कोड़नार धोबे एक्सिस तक चल रहे सड़क निर्माण एवं अन्य विकास कार्यों को सुरक्षा प्रदान करना है।
नवीन कैंप खुलने से क्षेत्र के ग्रामीणों में सुरक्षा और विश्वास का माहौल बना है। ग्राम कोड़नार जिला मुख्यालय नारायणपुर से लगभग 50 किलोमीटर, थाना कोहकामेटा से 22 किलोमीटर, कच्चापाल से 13 किलोमीटर तथा कुतुल से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कैंप की स्थापना से वरकुर, टेहनार, धुरबेडा, बसुटपारा, परपा, कोडतामरका सहित आसपास के गांवों में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, स्वास्थ्य, मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी और अन्य मूलभूत सुविधाओं मे विस्तार होगा। नारायणपुर पुलिस द्वारा वर्ष 2025 में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए हैं। कुतुल के साथ-साथ कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम, तोके, जाटलूर, धोबे, डोडीमरका, पदमेटा, लंका, परियादी और अब कोड़नार में कैंप खुल चुके हैं। इस अभियान में बस्तर आईजी सुन्दराज पी., पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर अमित कांबले, उप महानिरीक्षक आईटीबीपी संजीव कुमार तथा पुलिस अधीक्षक नारायणपुर रोबिनसन गुरिया के मार्गदर्शन में नारायणपुर डीआरजी, बस्तर फाइटर और आईटीबीपी की विभिन्न वाहिनियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रशासन का मानना है कि कोड़नार में स्थापित यह नवीन कैंप अबूझमाड़ को नक्सलमुक्त कर विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक मजबूत आधार साबित होगा।







