नक्सलियों के सुुरक्षित आश्रय स्थल आदिंगपार में नवीन सुरक्षा व जनसुविधा कैम्प स्थापित

नारायणपुर। बस्तर में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नारायणपुर पुलिस द्वारा नक्सल मुक्त सशक्त बस्तर की कल्पना को साकार रूप देने हेतु क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही अबूझमाड़ में लगातार नवीन कैम्प स्थापित करते हुए सड़क पुल-पुलिया निर्माण सहित अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं को अंदरूनी गांव तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
इसी कड़ी में थाना कोहकामेटा के ग्राम आदिंगपार क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों एवं कोहकामेटा-कच्चापाल-कुतुल-कोडऩार-धोबे एक्सिस तक सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा प्रदान करने एवं विकास कार्यों में सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से आज बुधवार को नारायणपुर पुलिस ने घोर नक्सल प्रभावित माड़ क्षेत्र में नक्सलियों के सुुरक्षित आश्रय स्थल ग्राम आदिंगपार में नवीन सुरक्षा एवं जनसुविधा कैम्प स्थापित किया गया है। ग्राम आदिनपार में नवीन कैम्प स्थापित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी उत्साह एवं सुरक्षा का माहौल निर्मित हुआ है। नवीन कैम्प कोडऩार थाना कोहकामेटा क्षेत्रान्तर्गत स्थित है, तथा जिला मुख्यालय नारायणपुर से 56 किलोमीटर दूर थाना कोहकामेटा से 28 किलोमीटर, कच्चापाल से 19 किलोमीटर, कुतुल से 12 किलोमीटर और कोडनार से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
पुलिस अधीक्षक नारायणपुर रोबिंसन गुरिया ने बताया कि आदिंगपार में नवीन कैम्प स्थापित होने से आस-पास के क्षेत्र धुरबेड़ा, कोड़तामरका, फरसबेड़ा, गुमरका, एडसमेटा, रेकापाल और आदिनपार में सड़क, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा, मोबाईल नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा। अब क्षेत्र में सुरक्षा के निगरानी में सड़क निर्माण सहित अन्य सुविधाओं को आम जनता तक पहुंचाये जाने में सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होने बताया कि नारायणपुर पुलिस ने वर्ष 2025 में नक्सलियों के अघोषित राजधानी कुतुल सहित नक्सलियों के आश्रय स्थल कोडलियर, बेडमाकोटी, पदमकोट, कान्दुलपार, नेलांगूर, पांगूड, रायनार, एडजुम, ईदवाया, आदेर, कुड़मेल, कोंगे, सितरम, तोके, जाटलूर, धोबे, डोडीमरका, पदमेटा, लंका, परियादी, काकुर, बालेबेड़ा, कोडेनार, कोडऩार सहित आज आदिंगपार में कैम्प खोली जा चुकी है।







