घर के सामने खेल रहे मासूम पर तेंदुए ने किया हमला, बड़े भाई की साहस से बची जान

कांकेर। जिले के सरोना वन परिक्षेत्र अंर्तगत ग्राम आंछीडोंगरी में शनिवार दोपहर में घर के सामने 6 वर्ष का बच्चा नमन कुमार खेल रहा था तभी अचानक जंगल से आए तेंदुए ने हमला कर उसके गर्दन को दबोच लिया। इसी दौरान बच्चे के बड़े भाई ने साहस दिखाते हुए उसने तेंदुए पर चिल्लाकर हमला किया। इससे तेंदुआ डरकर जबड़ा खोल दिया जिससे नमन की जान बच गई। नमन के गले में गहरी चोटें आईं है और पेट-हाथ पर पंजों के निशान मिले है। घटना के बाद परिजन घायल बच्चे को परिजन सारवंडी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद उसे कांकेर जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर इलाके में सर्च अभियान चलाया। विभाग ने गांव में मुनादी कराई है, कि लोगों को शाम के समय घर से बाहर न निकलने और अकेले जंगल की ओर नही जाने की हिदायत दी गई है।
उल्लेखनिय है कि इससे पहले अगस्त वर्ष 2024 में धमतरी-कांकेर जिला बॉर्डर पर कोरमुड़ गांव में तेंदुए ने 3 वर्ष के तीरेश मरकाम को शिकार बनाया था। बच्चा अपने घर की बाड़ी में खेल रहा था, बच्चे के लापता होने पर परिजनों ने खोजबीन करने पर घर के आस-पास तेंदुए के पंजे के निशान मिले। पुलिस और वन विभाग ने दुधावा की पहाड़ी पर बच्चे का सिर बरामद किया। आदमखोर तेंदुए के हमले की दूसरी घटना वर्ष 2024 में 25 सितंबर को हुई, जब तेंदुए ने दुधावा के नयापारा में बुआ के साथ आंगनबाड़ी जा रही एक बच्ची पर जानलेवा घात लगाकर हमला किया और मासूम को उठाकर ले जाने लगा, तो बुआ ने जान की बाजी लगाकर तेंदुए से भिड़ गई और मासूम की जान बच गई। तीसरी घटना कांकेर वन मंडल के अंतर्गत सरोना वन परिक्षेत्र के ग्राम लेंडारा में हुई, जहां खेत में काम करने के दौरान तेंदुआ आ धमका। तेंदुआ को देख काम कर रहे लोग सहम गए। जान बचाने के लिए कुछ लोग भागे, तो कुछ पेड़ पर चढ़ गए, लेकिन तेंदुए 3 लोगों को अपना शिकार बना लिया, इस हमले में पनकु राम नेताम, हरिराम शोरी, सुखचंद शोरी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान एक युवक ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई थी।
दुधावा में एक बालक पर तेंदुआ ने जानलेवा हमला कर चौथी घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि दुधावा निवासी 11 वर्षीय बालक नीरज ध्रुव खेल रहा था। इसी दौरान क्षेत्र में अचानक तेंदुआ आ पहुंचा और बालक पर हमला कर दिया। आस-पास के लोगो की नजर पड़ते ही तेंदुआ बालक छोड़ भाग निकला। बालक के गले में गहरे जख्म के निशान है। बालक का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। तेंदुआ के लगातार हमले से पूरे दुधावा क्षेत्र में दहशत व्याप्त है।
