विद्युत मंडल के स्टोर में लगी भीषण आग, 5 घंटे में पाया गया काबू, 20 से 25 लाख के नुकसान की आशंका

रायगढ़। जिला मुख्यालय स्थित कोतरा रोड में छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल के स्टोर रूम में सोमवार की सुबह अचानक आग लग गई। आग का धुंआ कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था और धीरे-धीरे यह आग फैलते चली गई और कोतरा रोड स्थित तीन से अधिक कालोनियों में रहने वाले रहवासी अपने-अपने मकान छोडकर बाहर निकल गए। चूंकि विद्युत विभाग के स्टोर रूम में रखे ट्रांसफार्मर, तार में आग के साथ-साथ धुंआ इतना तेजी से फैला कि लोगों का दम घुटने लगा। इस आग की जानकारी विद्युत विभाग के अधिकारियों को जैसे ही मिली, उन्होंने नगर निगम की फायर बिग्रेड सहित अन्य फायर बिग्रेड को मौके पर बुलाने की सहायता मांगी। एक दर्जन से भी अधिक फायर बिग्रेड की टीम ने 5 से अधिक घंटों के बाद इस आग पर काबू पाया, तब तक 20 से 25 लाख का नुकसान विभाग को हो चुका था।
सोमवार सुबह करीब 7 बजे विद्युत विभाग के स्टोर रूम में लगी आग की जानकारी मिलने के बाद जिले के पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल, रायगढ़ एसडीएम प्रवीण तिवारी सहित अन्य अधिकारी भी वहां पूरी टीम के साथ पहुंचे और लगातार फैलते आग को बुझाने के लिये लगे कर्मचारियों से भी चर्चा की। साथ ही साथ पुलिस अधीक्षक ने विद्युत विभाग के बड़े अधिकारी व स्टोर प्रभारी गुंजन शर्मा से भी इसकी जानकारी ली और आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिये भी कहा। उनकी उपस्थिति में एनटीपीसी, जिंदल, अडानी व नलवा की कई फायर बिग्रेड पहुंची और फैलती आग पर काबू पाने के लिये युद्ध स्तर पर प्रयास किया गया।
इस संबंध में विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता मनीष तनेजा व स्टोर विभाग के बड़े अधिकारी गुंजन शर्मा का कहना है कि जहां आग लगी है वहां बड़ी मात्रा में पुरानी ट्रांसफार्मर व तार रखे हुए थे और अब तक आग से 20 से 25 लाख का नुकसान होने की आशंका है। आग जब से लगी है, उसे बुझाने के प्रयास किये जा रहे हैं और नये ट्रांसफार्मर व अन्य सामानों तक आग नहीं पहुंची है और फैलती आग को रोकने के लिये आसपास के उद्योगों व नगर निगम की फायर ब्रिगेड की सहायता ली गई है। उन्होंने इस बात को माना कि नगर निगम की फायर बिग्रेड काफी देर बाद यहां पहुंची।
इस आग में सबसे बड़ी बात यह रही कि आज ही राजधानी रायपुर से सौ से अधिक नये ट्रांसफार्मर रायगढ़ के इस स्टोर में पहुंचे थे जो गाडियों में लोड होने के चलते बच गए और अंदर भी जहां पर नये ट्रांसफार्मर रखे हुए थे, वह भी आग की चपेट में नहीं आये।
