बोटेतोंग की पहाड़ियों से नक्सलियों द्वारा डंप हथियारों व विस्फोटक का जखीरा बरामद

सुकमा । नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत एक विशेष सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना के आधार पर कैंप मेटागुड़ा से डी/203 कोबरा (काेबरा), 131 वाहिनी सीआरपीएफ और जिला बल सुकमा की एक संयुक्त टीम ग्राम पीनाचांदा और बोटेतोंग के जंगलों की ओर रवाना हुई थी। अभियान के दाैरान कैंप मेटागुड़ा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बोटेतोंग की पहाड़ियों में नक्सलियों द्वारा भारी मात्रा में डंप किए गए हथियार, विस्फोटक और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्रियां बरामद की गई हैं। इस कार्रवाई से नक्सलियों के सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबों पर पानी फिर गया है।
मिली जानकारी के अनुसार जब सुरक्षा बल के जवान बोटेतोंग के जंगलों और पहाड़ियों की तलाशी ले रहे थे, तभी उन्हें नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखा गया एक बड़ा डंप मिला। तलाशी के दौरान वहां से बड़ी मात्रा में विस्फोटक, एयर गन, बीजीएल बनाने के उपकरण और अन्य तकनीकी सामग्रियां बरामद की गईं। सुरक्षा बलों ने मौके से निम्नलिखित सामान जब्त किया है – हथियार व उपकरण में 2 एयर गन, राइफल बोल्ट, 1 स्टील रॉड, 6 पीतल की रॉड, 40 स्पाइक रॉड और 5 हेक्सा ब्लेड। विस्फोटक सामग्री में 1 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 5 व 3 लीटर क्षमता के 2 स्टील कंटेनर (आईईडी), 2 किलो स्प्लिंटर्स, 7 बीजीएल हेड, 26 टेल कैप और बीजीएल बनाने के पाइप। इलेक्ट्रॉनिक सामान में 1 माइक्रोटेक इन्वर्टर, 1 एचपी प्रिंटर, 4 प्रिंटेड सर्किट बोर्ड। अन्य सामग्री में हिंदुस्तान यूनिलीवर प्योरिट आरओ, जल आपूर्ति पंप, 3 कैन इंजन ऑयल, दवाइयां और महिलाओं के बैग बरामद किया गया है।
सुकमा एसपी किरण चाैहान ने कहा कि जिले में ‘एंटी नक्सल ऑपरेशन’ लगातार जारी रहेगा। उन्हाेने नक्सलियों से अपील की है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति और विकास के मार्ग पर आएं। शासन की ‘पूना मार्गेम’ (नया रास्ता) पुनर्वास नीति का लाभ उठाकर मुख्यधारा में शामिल हों और पुनर्जीवन अभियान का हिस्सा बनें। इस सफल ऑपरेशन के बाद सभी सुरक्षा बल सुरक्षित रूप से अपने कैंप वापस लौट आए हैं, इलाके में सर्चिंग अभियान और तेज कर दिया गया है।
राकेश पांडे







