आखिर क्यों युवा नेता अब परिक्रमा की राजनीति को पूज रहे, पराक्रम की राजनीति से हो रहे दूर
देश में इन दिनों सभी राजनीतिक पार्टियों के कुछ प्रतिशत युवाओं में पराक्रम की नहीं अब परिक्रमा की राजनीति के गुण देखने को मिल रहे है। पहले सुनने को मिलता था कि वह युवा नेता बहुत ही तेज तर्रार है। वह किसी की परिक्रमा नही करता है। लेकिन अब इसका उल्टा हो गया है। अब युवाओं को शॉर्टकट की राजनीति अच्छी लगने लगी है। अब उनमें पराक्रम दूर-दूर तक नजर नहीं आता है। उन युवा नेताओं से जब पूछा जाता है कि आखिर क्यों शॉर्टकट अपनाते हो । तब उनका कहना होता है कि आखिरकार पैसा, पोस्टर और छपास ही आपको बड़ा नेता बनाता है तो क्यों मेहनत करें। आखिर किसी भी पोस्ट के लिए पार्टी ही हमें उम्मीदवार बनाती है। इसलिए पैसा कमा कर पार्टी फंड में देंगे या फिर बड़े बड़े नेताओं के चक्कर लगाएंगे। नही तो बड़े नेताओं के बच्चे को ले जाना उनके घर में छोटे से छोटे काम के लिए खड़े होकर काम करेंगे।