मैक के इंटीरियर डिजाइन छात्रों द्वारा पांडिचेरी का शैक्षिक दौरा
रायपुर : महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल काॅलेज, रायपुर में इंटीरियर डिजाइन विभाग के छात्रों के लिए पांडिचेरी के शैक्षिक दौरे का आयोजन किया। विभाग के 26 छात्रों ने 2 सदस्यों के साथ दौरे में सक्रिय रूप से भाग लिया। छात्रों ने विभिन्न दर्शनीय स्थलों का दौरा किया और कला, वास्तुकला और स्वदेशी लागों के साथ-साथ पांडिचेरी और इसके परिवेश की जीवित परंपराओं के बारे में बहुत कुछ सीखा।
काॅलेज के चेयरमैन राजेश अग्रवाल, प्राचार्य डाॅ. एम.एस.मिश्रा के मार्गदर्शन में यह रात्रा संपन्न हुआ एडमिनिस्ट्रेटर सुश्री शिवांगी मिश्रा और एचओडी इंटीरियर डिजाइन विभाग आर्किटेक्ट प्रीति साहू ने शैक्षणिक दौरे का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। प्रीति साहू ने छात्रों को उनकी सुरक्षित वापसी पर सामूहिक रूप बधाई दी और साथ ही छात्रों को आने वाले समय में इस तरह की शैक्षिक और साहसिक यात्राओं का विकल्प चुनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पांडिचेरी में प्रसिद्ध तमिल टाउन, फ्रेंच टाउन सहित विभिन्न वास्तुकला के अद्भुत स्थलों का दौरा किया और मंदिरों के साथ-साथ उनके वास्तुशिल्प चरित्रों को समझा, जो द्रविड़ वास्तुकला के सुंदर उदाहरण थे।
चर्च और कैथेड्रल शहर की फ्रांसीसी संस्कृति को प्रदर्शित करते थे। छात्रों ने अरबिंदो आश्रम की शांत वास्तुकला और आंतरिक सज्जा का भी दौरा किया और उसके बाद आॅरोविले का दौरा किया, जो पांडिचेरी के पास एक प्रायोगिक टाउनशिप है। छात्रों ने आॅरोविले के केंद्र में मातृमंदिर का भी दौरा किया, जो अपने अद्भूत निर्माण के लिए जाना जाता हैं। जो अभिन्न योग के अभ्यासियों के लिए आध्यात्मिक महत्व का भवन है। दौरे के अंत में छात्रों ने महाबलीपुरम का दौरा किया , जो 7 वीं और 8 वीं शताब्दी में पल्लव राजवंश द्वारा निर्मित मंदिरों और स्मारकों के लिए जाना जाता है । उन्होंने दक्षिणचित्र हेरिटेज संग्रहालय का भी दौरा किया, जो भारतीय राज्य तमिलनाडु में एक जीवित-इतिहास संग्रहालय है, जो दक्षिण भारतीय विरासत और संस्कृति को समर्पित है। छात्रों ने पांडिचेरी में समुद्र तट का भी दौरा किया।
पूरी यात्रा ने छात्रों को वास्तुकला और आंतरिक सज्जा के विभिन्न चरणों को समझने में मदद की, जिसमें द्रविड़ मंदिर, चर्च, तमिल और फ्रांसीसी शहरों की बस्तियां शामिल थीं। और साथ ही विरासत संग्रहालय के माध्यम से दक्षिण भारतीय विरासत और संस्कृति को भी समझा। पूरा दौरा पांडिचेरी के प्राकृतिक और सांस्कृतिक आकर्षणों के साथ-साथ अन्वेषण, सीखने और रोमांच से परिपूर्ण था। छात्रों के साथ दो संकाय सदस्य अभिजीत चक्रवर्ती और आर्किटेक्ट जयश्री देवांगन भी थे।