धर्मांतरण के विरुद्ध जनजाति समाज और पूरा प्रदेश एकजुट है : भाजपा

रायपुर। धर्मांतरण और उसकी आड़ में हुई हिंसक गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में भय, दबाव और प्रलोभन के जरिए किए जा रहे धर्मांतरण के विरुद्ध पूरे प्रदेश में काफी रोष है। बुधवार को यहाँ एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में प्रेस ब्रीफ के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि इस तरह का धर्मांतरण एक आपराधिक कृत्य है और इसे रोकने के लिए अब कड़ा कानून बनाया जाएगा।
ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सनातनी परम्पराओं पर धर्मांतरण के जरिए हो रहे हमलों के खिलाफ भाजपा मुखर रही है और अब आदिवासी सर्व समाज के साथ पूरा प्रदेश अपनी सांस्कृतिक विरासत, आस्था और परम्पराओं की रक्षा के लिए एकजुट होकर खड़ा हुआ है। इससे पूरे प्रदेश व देश में यह संदेश गया है कि भय, दबाव और प्रलोभन के जरिए किया जा रहा धर्मांतरण सख्ती से रोका जाए। श्री ठाकुर ने कहा कि पहले धर्मांतरण के साथ ही धर्मांतरित लोगों का नाम, जाति और धर्म बदला जाता था, लेकिन अब धर्मांतरण करने में लगे लोग धर्मांतरित लोगों का नाम व जाति नहीं बदलते, बस उनसे अपने धर्म की जानकारी छिपाकर रखने को कहने लगे हैं। ऐसे धर्मांतरण को लेकर लोगों में काफी रोष है और इसके विरुद्ध आदिवासी समाज आगे आया है।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए चुनौती दी कि जिस तरह बघेल को पं. प्रदीप मिश्रा और पं. धीरेंद्रकृष्ण शास्त्री की बातें अंधविश्वास लगती हैं, क्या वह किसी चंगाई सभा की गतिविधियों को अंधविश्वास बताने का साहस दिखाएंगे? चंगाई सभा में क्या होता है, बघेल को यह पूरे प्रदेश को बताना चाहिए। दरअसल बघेल अपने वोट बैंक और कांग्रेस आलाकमान को खुश करने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं। कांग्रेस, और विशेषकर बघेल, को अब यह स्पष्ट करना होगा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ की संस्कृति, आस्था और धार्मिक परम्पराओं के साथ हैं या फिर धर्मांतरण कराने वाले लोगों के साथ है? श्री ठाकुर ने दो टूक कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने भूपेश सरकार के शासनकाल में धर्मांतरण को खुला संरक्षण देकर अपने हिडन एजेंडे को पूरा किया।







