खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर बच्चे, स्कूल भवन जर्जर

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थिति चिंताजनक है, जहां वार्ड क्रमांक 30 की शासकीय प्राथमिक पाठशाला के बच्चे जर्जर भवन और गिरती छत के नीचे पढ़ाई करने को मजबूर हैं। जुलाई से स्कूल की छत लगातार गिर रही है और कई जगह क्षतिग्रस्त हो चुकी है, जिसके कारण बच्चों को खुले आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। बारिश और धूप दोनों ही हालात में यह बेहद कठिन साबित हो रहा है। गंभीर बात यह है कि यह स्कूल जिला मुख्यालय में स्थित है, जहां प्रशासनिक कार्यालय और वरिष्ठ अधिकारियों के आवास भी मौजूद हैं, बावजूद इसके अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल के कुल 122 छात्र एक ही भवन में पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षक और स्थानीय अधिकारियों ने कई बार समस्या से अवगत कराया, लेकिन न तो मरम्मत हुई और न वैकल्पिक सुरक्षित व्यवस्था बनाई गई। डीपीसी अमरनाथ सिंह के अनुसार जिले में ऐसे 82 जर्जर स्कूल हैं, जिन्हें अन्य स्कूलों में शिफ्ट किया गया है और जल्द ही इसका समाधान किया जाएगा।







